अब दुष्यंत गौतम ने कर दी जांच की मांग! | Ankita Bhandari Case | Uttarakhand News | Urmila Sanawar

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जी हां दोस्तो उत्तराखंड की राजनीति में एक बार फिर भूचाल! अंकिता हत्याकांड की कहानी में उर्मिला सनावर ने खोले एक पन्ने और हर पन्ने पर लिखा है कुछ ना कुछ ऐसा की बीजेपी वालों की बस से बाहर की बात हो गई। जहां एक तरफ इस मामले में कर्रवाई तो छोड़िये बायन देने से भी कतरा रहे थे। Ankita Bhandari Murder Case VVIP Controversy Case इस बीच हुआ कुछ ऐसा कि जिसका आंकिता हत्याकांड से जुड़ा नाम, उस बीजेपी के नेता का आगा बयान। कैसे और क्यों कह दिया दिया मै छोड़ दूंगा राजनीति, बताउंगा आपको अपनी इस रिपोर्ट के जरिए। दोस्तो बीते कुछ दिनों में उत्तराखंड की हवा में इस बात का शोर है कि देवभूमि की बेटी अंकिता की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम तो आ रहे हैं, लेकिन इसके पीछे की सच्चाई क्या है, क्या ये आरोप ये वीडियो, वो ऑडियो सच हैं। अगर सच हैं तो फिर वो कार्रवाई कहा हैं। जिसाका दप बीजेपी वाले पूरे देश में भरते हैं। एक्शन और पार्दशिता वो सब कहां है, लेकिन जब इस पूरे मामले में बीजेपी के नेता कुछ भी बोलने से बच रहे थे, तो ऊधर इस पूरे मामले में बीजेपी के केन्द्रीय नेता गट्टू, यानि दुष्यंत कुमार गौतम। प्रदेश के तमाम यूट्यूब वैब, फेसबुक, एक्स पर कार्रवाई के लिए पत्र लिख रहे थे, जो लोग उर्मिला सनावर के वीडियो को दिखा रहे थे और सवाल कर रहे थे कि ये मामला क्या है और सच और झूठ का पता कैसे चलेगा, लेकिन हम तो दोस्तो सरकारी एक्शन की बात कर रहे थे लेकिन एक्शन की मांग दुष्यंत कुमार गौतम कर रेह हैं।

दोस्तों अंकिता हत्याकांड में उर्मिला सनावर की वायरल वीडियो में नाम आने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने पहले सचिव गृह को पत्र भेजा। आपराधिक साजिश कराते देते हुए मीडिया, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से आपत्तिजनक सामग्री हटवाने व प्रसार पर प्रतिबंध का की बात की अभी इस पर चर्चा हो ही रही थी कि इस दुष्यंत गौतम का बयान भी आ गया। लेकिन दोस्तो इस बयान में ऐसा कुछ भी नहीं जिससे अंकिता मामले के वीआईपी वाले मामले से पर्दा उठे, क्योंकि लगता है मजबूर भी दुष्यंत गौतम की हो सकती है। इसलिए वो कह रहे हैं कि जांच होनी चाहिए आरोपों की और आरोप लगाने वाले कि साथ ही उस ऑडियो रिकॉर्डि की भी। दुष्यंत गौतम ने कहा है कि वह देशभर में आमजन के बीच एक प्रतिष्ठित सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता हैं। उन्हें जानकारी मिली है कि एक आपराधिक साजिश के तहत कुछ आपराधिक तत्वों ने एक फर्जी और मनगढ़त ऑडियो रिकॉर्डिंग तैयार की है। इस आपराधिक साजिश को आगे बढ़ाने के लिए मीडिया और सोशल मीडिया पर ऐसी घृणित, दुर्भावनापूर्ण और झूठी सामग्री फैला रहे हैं। दोस्तो अब जो बात प्रदेश की सरकार को करनी चाहिए थी, बीजेपी के प्रदेश स्थर के नेताओं को जो काम पहले ही कर देना था। उसको क्यों बीजेपी और प्रदेश की सरकार अब तक नहीं कर पाई। जब पार्टी के बड़े नेता की छबी खराब हो रही है, जब पार्टी को डेंट लग रहा है, तो फिर क्यों नहीं अब तक इस मामले में कुछ ठोस कार्रवाई नहीं हुई और दुष्यंत गौतम का बयान आने में इतनी देर क्यों लगी। सबसे बड़ा सवाल तो ये भी है कि क्या अब सरकार प्रदेश के गृह सचिव जांच करेंगे। जांच के बात जो भी सच सामने आएगा उसपर कार्रवाई करेंगे, ये सवाल इस लिए भी जरूरी हो जाता है दगड़ियो क्योंकि अंकिता मामले में पौड़ी कोर्ट ने कहा था कि प्रदेश सरकार द्वार गठित जांच कमेटी यानि एसआईटी ने वीआईपी वाले पोर्शन को छुवा तक नहीं यानि जांच वहीं अधूरी रह गई क्या एक बार फिर अंकिता हत्याकांड की फाल दूबारा खुलेगी।