देहरादून: उत्तराखंड की शीतकालीन राजधानी गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में चहल पहल होने वाली है। आने वाले दिनों में वहां विभिन्न विभागों के तत्वावधान में सेमिनार, कार्यशाला जैसे आयोजन होंगे। साथ ही राज्य से जुड़े तमाम विषयों पर भी मंथन किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण इस सिलसिले में सभी मंत्रियों को पत्र लिखने जा रही हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन को अनुसंधान केंद्र के रूप में भी विकसित किया जाना चाहिए।
इस कड़ी में वह सभी मंत्रियों को पत्र लिखने जा रही हैं कि वे समय समय पर अपने-अपने विभागों से संबंधित सेमिनार, कार्यशाला जैसे आयोजन गैरसैंण में करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करें। इससे गैरसैंण में सालभर कुछ न कुछ गतिविधियां होती रहेंगी। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि भराड़ीसैंण में आवासीय सुविधा भी उपलब्ध है। यदि आवश्यकता पड़ती है तो वहां होने वाले कार्यक्रमों के मद्देनजर कैंटीन की सुविधा भी उपलब्ध करा दी जाएगी।
दरअसल ग्रीष्मकालीन राजधानी होने के चलते गर्मियों में यहां सत्र कराए जाने की परंपरा है। लेकिन गर्मी के समय भी सरकार बड़ी मशक्कत के बाद ही यहां सत्र आहूत करा पाती है। हालत यह है कि महज कुछ दिनों के लिए ही साल भर में यहां पर सत्र आहूत होता है। उसके बाद पूरे साल यह भवन और क्षेत्र वीरान हो जाते हैं। चिंता की बात तो यह है कि इस दौरान भी ना तो अफसर और ना ही सरकार के साथ विपक्ष ही गैरसैंण जाने के लिए उत्साहित दिखता है। यही कारण है कि गैरसैंण विषय केवल जन भावनाओं में सोशल मीडिया तक ही दिखाई देता है।