Ganga Dussehra 2022: गंगा दशहरा का पर्व आज हरिद्वार में पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का गंगा स्नान के लिए मुनिकीरेती और लक्ष्मण झूला क्षेत्र में स्नान के लिए पहुंच रहे है। आधी रात के बाद से ही यहां पर स्नान करने के लिए लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के साथ ही पूजा अर्चना और दान पुण्य भी कर रहे हैं। मुनिकीरेती के तमाम गंगा घाटों पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती की जा चुकी है। ट्रैफिक व्यवस्था को बनाने के लिए भी अतिरिक्त पुलिसकर्मी चौक चौराहों पर तैनात किए गए हैं।
मान्यता है कि राजा सागर के पुत्रों के उद्धार करने के लिए राजा भागीरथ ने हजारों साल तक तपस्या की और गंगा को स्वर्गलोक से धरती पर लाए। आज ही के दिन राजा भागीरथ के प्रयास से गंगा शिव की जटाओं से होती हुई धरती पर आई। पुलिस-प्रशासन के अनुसार देर रात से सुबह आठ बजे तक 4 लाख श्रद्धालु गंगा स्नान कर अपने घर को लौट चुके हैं। यह गंगा स्नान शाम तक इसी प्रकार जारी रहेगा। हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड के अलावा अन्य गंगा घाटों पर भी श्रद्धालु लगातार गंगास्नान कर रहे हैं। हरकी पैड़ी क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण के लिए बुधवार शाम से बैरिकेडिंग कर दी गई। थी। घाटों पर ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु ने गंगा जी को आशीर्वाद दिया कि गंगा तुम्हारे दर्शन से प्राणी मात्र की मुक्ति हो जाएगी। यही वजह है कि गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान, पूजन और दर्शन का विशेष महत्व है। उत्तराखंड पुलिस के मुखिया डीजीपी अशोक कुमार ने श्रद्धालुओं से पुलिस का सहयोग करने की अपील की है। कहा कि केवल पुलिस इतने बड़े पर्व को अकेले सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न नहीं करा सकती। आम जनमानस का सहयोग पुलिस के लिए जरूरी है। जल पुलिस के जवानों और एसडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है।