हरिद्वार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों के किस्मत का पिटारा खुल चुका है। लेकिन हरिद्वार जिले की शिवनगर ग्राम पंचायत के प्रधान पद को लेकर हुए चुनाव नतीजों ने सबको जोर का झटका धीरे से दे दिया है। शिवनगर ग्राम पंचायत सीट पर महिला प्रत्याशी बबली देवी री काउंटिंग के बाद एक वोट से चुनाव जीत गई हैं। बबली देवी पिछले दिनों चुनाव में वोटों के लिए पथरी के फुलगढ़, शिवगढ़ में हुए बंटी जहरीली शराब कांड में 12 ग्रामीणों की मौत मामले में सह आरोपी हैं। लेकिन बुधवार को आए नतीजों में बबली देवी ने अपनी प्रतिद्वंद्वी स्वाति को री काउंटिंग में एक वोट से शिकस्त देकर ग्राम प्रधानी अपने नाम कर ली है।
आरोप है कि नौ सितंबर को पथरी क्षेत्र में वोटों को लेकर प्रधान पद की उम्मीदवार बबली देवी के पति विजेंद्र चौहान ने शराब बांटी लेकिन इस कच्ची और जहरीली शराब को पीकर 12 ग्रामीणों की मौत हो गई। एसआईटी ने आरोपी विजेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और प्रत्याशी बबली और उनके जेठ नरेश चौहान को भी सह आरोपी बना रखा है। शिवनगर पंचायत चुनाव में कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे और मुख्य मुकाबला बबली देवी और स्वाति चौहान में ही था। वोटों की री काउंटिंग के बाद बबली को 859 वोट और स्वाति को 858 वोट मिले।
कहा जा रहा है कि जहरीली शराब कांड के बाद ग्राम पंचायत के अधिसंख्य चौहान बिरादरी के वोटर्स विजेंद्र चौहान के जेल जाने के बाद सहानुभूति में उसकी पत्नी बबली देवी के पक्ष में लामबंद हो गए। चौहान बिरादरी का आरोप था कि चुनाव में शराब तो हर उम्मीदवार की तरफ से बांटी गई लेकिन पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई सिर्फ बबली के परिवार पर की। यही वजह ढाई कि शराब कांड में कई मौतें होने के बावजूद ग्रामीणों ने प्रधानी की कमान बबली को ही थमा दी।