उत्तराखंड में गीत और राजनीति आमने सामने हमेशा से रही है। तंजिया लहजे में सियासत दां कभी नाम लेकर तो कभी बिना नाम लिए गीतों जिक्र होता रहा है। इसमें कई गीत तो ऐसे थे जिनके सुर ने सियाससी सियासी चाल को ही बिगाड़ दिया। मौजूदा वक्त में पवन सेमवाल खाफी सुर्खियों में है, उनके द्वारा गाया एक गीत और इस गीत ने प्रदेश में हंगामा खड़ा कर दिया। अब इस गीत में ऐसा है क्या। जिससे जहां सियासी सत्ता सीन लोग इसको लेकर आखे टेडीकर देख रहे हैं। तो वहीं दूसरी महिलाओं ने भी इस गीत में अपशब्दों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। एक तो इस गीत में प्रदेश की सरकार और सीएम धामी का जिक्र और उनकी फोटो दूसरा, प्रदेश की महिलाओं को अभ्र लाइन इस मामले कई सवाल हैं। जैसा की हम सभी ये भी जानते हैं कि कई बार ऐसे गीत गवाये भी जाते हैं। जिसका असर दूर तक जाता है, पहले बात पवन सेमवाल के गीत द्वारा सुर्खियों बटोरने की करता हूं। जिसपर न केवल विवाद बढ़ता जा रहा है, बल्कि उत्तराखण्ड की सियासत भी गरमाई हुई है।
दरअसल पवन सेमवाल के खिलाफ एक महिला ने पटेल नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। ये मुकदमा पवन सेमवाल के नए गीत को लेकर दर्ज कराया गया। जिसमें महिला ने पवन सेमवाल पर गीत के माध्यम से उत्तराखंड की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। महिला ने तो गर्दन काटने तक धमकी दे दी। पहले महिला का गुस्सा देखिए फिर सियासी शोर भी दिखाऊंगा। महिला की बाइट- लगाना। दोस्तो महिला की शिकायत के बाद पटेल नगर थाना पुलिस ने गायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। मुकदमे से संबंधित पूछताछ के लिए पवन सेमवाल को दिल्ली से देहरादून बुलाया गया। साथ ही पूछताछ के बाद नोटिस तामील कराया गया। पुलिस ने महिला की शिकायत पर पवन सेमवाल के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया। जिसके बारे में पवन सेमवाल ने खुद बताया। अब मै आपको वो गायक पवन सेमवाल की पुष्टी वाली बात दिखाउं। उसके साथ-साथ सेमवाल ने मांफी भी मांग लपहले आप सुनिए मुकदमे को लेकर क्या कहा। दोस्तो इतना भर नहीं था मामला तूल पकता देख गायक पवन सेमवाल भी बैकफुट पर आते दिखाई दिए।
बकायदा माफी लिख कर लाए और कैमरे के सामने पढ़ दिया। अब गायक पवन सेमवाल जो भी माफीनामे कह रहे हैं उस पर भी सवाल हो कई होंगे। उस माफी नामे को आपके सामने लाऊं, उससे पहले आप देखिए कि सियासत क्या कह रही है इस मामले में, फिर आगे बढ़ुगां, और आपको बताऊंगा और कितने गायक ऐसे हैं जिन्होंने गाया तो गीत लेकिन उस पर बहुत हुआ। खासकर सियासी बवाल। पोलटिक्स लगानी है। अब दोस्तो सियासत का क्या है वो तो होती रहेगी लेकिन एक बात यहां गौर करने वाली बात है गायक पवन सेमवाल की माफी इस बात का जिक्र है कि गलति से सीएम का नाम आ गया, और फोटो भी लग गया। वाह, अब आप खुद सोचिए इस बारे में मै क्या बताऊं। लेकिन आपको ये जरूर बताता हूं कि लोक गायक पवन सेमवाल ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को लेकर एक गाना बनाया है, जिसे उन्होंने यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड किया।
इस गीत के अपलोड होते ही प्रदेश में सियासत गरमा गया। ऐसा नहीं की पवन सेमवाल ने पहली बार गीत गाया हो। गौर करने वाली बात है कि सेमवाल ने त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार के समय में भी गाना गाया था, जिसके बाद गायक पवन सेमवाल चर्चाओं में आए थे। वहीं एक बार फिर पवन सेमवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लेकर गाना गाया है, जिसको लेकर वह अब विवादों में आ गए हैं और उनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। हालांकि इससे पहले पुलिस द्वारा पवन सेमवाल के सोशल मीडिया अकाउंट से गाने को डिलीट भी कराया गया, लेकिन उसके बावजूद दोबारा सोशल मीडिया पर नए तरीके से मुख्यमंत्री को लेकर गाना डाला गया, जिसको लेकर महिला ने भी कोतवाली पटेल नगर में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं इस मामले में सियासत भी गरमाती हुई नजर आ रही है। तो वहीं आपको बताता चलुं कि इससे पहले भी कई गायक अपने गीजों से खूब सुर्खियां बटोर चुके हैं और विवाद भी खड़ा कर चुके हैं। कई गीत अगर आप याद करें तो जिसमें नरेंद्र नेगी का गीत मोदी दिदा झांपू तैं भगौंदु की ना, गजेंद्र राणा का गीत मंत्री दिदा सेणु चा और प्रीतम भरतवाण का वो गीत तो आपको याद तो होगा ही ना मोटा पेटु का लंबा कुर्ताउँ वावा, और अब इसमें एक नाम और जुड़ चुका है। वो हैं लोक गायक पवन सेमवाल। आगे देखना होगा इस गाने पर क्या कुछ होता है, लेकिन अभी खूब शोर है।