Dehradun Crime News: उत्तराखंड में आए दिन खनन माफिया की गुंडागर्दी के मामले सामने आते रहते हैं। कई बार तो सामने आया है कि खनन माफिया पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर भी हमला कर देते हैं। खनन माफियाओं की वजह से सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है। यही कारण है कि अब खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीजीपी अशोक कुमार को तलब किया है। धामी ने डीजीपी अशोक कुमार को सख्त निर्देश दिए हैं कि अवैध खनन के जुड़े मामलों में आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए। खनन माफिया के खिलाफ किसी भी कीमत पर नरमी न बरती जाए। दरअसल, हाल ही में कैंट कोतवाली क्षेत्र के जैंतनवाला में अवैध खनन का मामला सामने आया था।
एक दिन पहले ही कैंट थाना क्षेत्र में खनन माफिया द्वारा सिपाही पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रकरण सामने आया तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। फौरन पुलिस ने इस खनन माफिया और उसके साथियों की धरपकड़ के प्रयास भी शुरू कर दिए, लेकिन अवैध खनन क्षेत्र में पहुंचे सिपाही की भूमिका पर भी सवाल खड़े होने लगे। इस पूरे प्रकरण पर सवाल उठने लगे कि आखिरकार सिपाही अकेले अवैध खनन करने वाले ट्रैक्टर के पास कैसे पहुंच गया? जाहिर है कि अब इस पूरे मामले पर कैंट थाना सवालों के घेरे में है और मामले में पुलिस की भूमिका बेहद संदिग्ध है।
थाने की जिम्मेदारी संभालने वाले विनय कुमार सैनी को भी थाने से हटाने के निर्देश दे दिए गए हैं। बताया गया है कि जांच निष्पक्ष तरह से हो सके और इसे प्रभावित न किया जाए इसके लिए थाना प्रभारी विनय कुमार सैनी को हटाया गया है। इसके अलावा डीजीपी अशोक कुमार ने अवैध खनन करने वाले खनन माफिया के चार सदस्यों की फौरन गिरफ्तारी के निर्देश भी दिए हैं। हालांकि मुख्य आरोपी शमीम को गिरफ्तार कर लिया हैं। तीन आरोपियों की तलाश जारी है।