उत्तराखंड में एक खौफनाक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है जिससे दहशत फैली। दोस्तो मामला कुछ ऐसा कि कुत्ते के काटने से एक गाय की मौत के बाद ये माहौल बन गया और अस्पताल में लोगों की भीड़ लग गई। लोगों में दहशत और अस्पताल में भीड़, पूरी खबर बताउंगा आपको। दोस्तो एक हेरान कर देने वाला मामला उत्तराखंड के त्यूणी के एक छोटे से गांव से सामने आया यहां अचानक गाय की मौत ने खलबली मचा दी। क्या सिर्फ एक कुत्ते के काटने से हुई गाय की मौत? अब मौत हुई तो हो गई लेकिन लोगों की भीड़ अस्पताल के बाहर क्यों लगी। दोस्तो इस रहस्यमय घटना के पीछे छुपे सच को बताने के लिए आया हूं जिससे गांव में फैल गई दहशत और अस्पतालों के बाहर लगी भीड़। दोस्तो अपने उत्तराखंड से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। चकराता के त्यूणी क्षेत्र के पावली गांव में एक लावारिस कुत्ते के काटने के दो दिन बाद गाय की मौत ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी। इस घटना ने न केवल पशुपालकों को बल्कि पूरे गांव के लोगों को दहशत में डाल दिया है। खास बात ये है कि इस गाय का दूध पीने वाले 22 ग्रामीणों को एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) लगवानी पड़ी।
दरअसल दोस्तो अचानक हुई गाय मौत ने चिंता लोगों को चिंता को बढ़ा दिया। अब गांव के लोगों के अनुसार, उस लावारिस कुत्ते ने पहले एक दुधारू गाय को काटा था। दो दिन बाद उस गाय की मौत हो गई, जिससे उसके मुंह से झाग आ रहा था और शरीर अकड़ चुका था, ये नजारा देख गांव में हड़कंप मच गया। इस बीच, जो लोग गाय का दूध पीते थे, वे भी घबराकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र त्यूणी पहुंचे। सभी 22 लोगों को तत्काल एंटी रेबीज वैक्सीन की पहली डोज दी गई है और इधर लोगों में डर का माहौल दहशत है तो उधर गांय को जिस कुत्ते ने काटा, जिससे गाय की मौत हुई ये कहा जा रहा है वो कुत्ता अभी बी फरार है और इससे ग्रामीणों में आशंका डर और ज्यादा बढता जा रहा है। दोस्तो इस घटना के बाद से कुत्ते का कोई पता नहीं चल पाया है। ग्रामीण उसकी तलाश में जुटे हुए हैं, लेकिन अभी तक वह नहीं मिला। इससे डर और चिंता और बढ़ गई है कि कहीं कुत्ता रैबीज (रेबीज) संक्रमित तो नहीं था। पशुपालक परिवार समेत पूरे गांव में ये डर घर कर गया है। दोस्तो दरअसल बात इस लिए भी गंभीर हो गई, क्योंकि एक अवारा कुत्ता ने गाय को काटा और उस गाय के दूध को पीने वाले वाले परेशान है। इससे ज्यादा परेशानी वाला मामला ये है दोस्तो कि वो कुत्ता अभी भी पकड़ से बाहर है और लोगों को आशंका इस बात की है कि इस कुत्ते की चपेट कहीं कोई दूसरा नहीं आ जाय कि कहीं इस कुत्ते ने किसी और को भी काटा है जो लोग उस गाय का दूध पी रहे थे वो तो अस्पताल पहुंच गए। दोस्तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र त्यूणी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र सिंह राणा ने बताया कि सभी 22 लोगों को एंटी रेबीज वैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे पूरा वैक्सीनेशन कोर्स पूरा करें ताकि कोई अनहोनी न हो, उन्होंने यह भी बताया कि अब तक इन लोगों का स्वास्थ्य सामान्य है और वे सुरक्षित हैं।
वहीं दूसरी ओर डॉक्टर का ये भी कहना है, कि त्यूणी और आसपास के इलाकों में इस तरह का मामला अब तक सामने नहीं आया है। ये घटना इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि इससे साबित होता है कि लावारिस कुत्तों के काटने से जानवरों और मनुष्यों की सुरक्षा के लिए और भी ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। दगड़ियो ग्रामीण इस मामले में प्रशासन से कुत्ते की खोज और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो ये मामला और बड़ा रूप ले सकता है। स्वास्थ्य विभाग भी इस घटना को गंभीरता से लेकर लगातार निगरानी कर रहा है। दोस्तो त्यूणी क्षेत्र की ये घटना हमें ये याद दिलाती है कि जंगल और गांव के सीमावर्ती इलाकों में जीव-जंतु और मानव जीवन के बीच संतुलन बनाए रखना कितना जरूरी है। लावारिस जानवर और उनके संपर्क में आने से स्वास्थ्य जोखिम बढ़ जाते हैं, जिनसे बचाव के लिए जागरूकता और त्वरित कार्रवाई आवश्यक है। इस घटना से साफ है कि समय रहते सावधानी बरतना और उचित चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। दोस्तो त्यूणी की इस रहस्यमय घटना ने न सिर्फ गांववालों को बल्कि पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
कुत्ते के काटने से गाय की मौत और उसके बाद हुई एंटी रेबीज वैक्सीन की व्यवस्था, यह सभी हमें सावधानी और सतर्कता बरतने की याद दिलाती है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तत्परता ही इस तरह की स्थितियों से निपटने की सबसे बड़ी ताकत है। दोस्तो चकराता के त्यूणी क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मचा, जब एक कुत्ते के काटने से गाय की मौत की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैली। इसके बाद गाय के दूध का सेवन करने वालों की अस्पताल में लाइन लग गई। गाय के दूध का सेवन करने वाले 22 लोगों ने एआरवी लगवाई। घटना के बाद से कुत्ता लापता है, मामला त्यूणी क्षेत्र से सटे उत्तरकाशी के बंगाण क्षेत्र के पावली गांव का है, जहां कुत्ते के काटने के दो दिन बाद गाय की मौत हो गई। गाय को काटने वाला कुत्ता घटना के बाद से लापता है, 22 लोगों ने गाय के दूध का सेवन किया था। घबराए ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र त्यूणी पहुंचे। यहां ग्रामीणों को एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) लगाई गई, सभी ग्रामीणों को स्वास्थ्य फिलहाल सामान्य बताया जा रहा है।