प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया अमेरिका यात्रा के दौरान उत्तराखंड के प्रसिद्ध पूसा 1121 किस्म के चावल को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाईडेन को भेंट करने के बाद इस चावल की मांग बढ़ गई है। भारत के साथ ही खासतौर पर अमेरिका में इस चावल की मांग हो रही है। उत्तराखंड की बड़ी चावल निर्यातक कंपनी केएलए राईस इंडिया लिमिटेड के पास भी इस किस्म के चावल की मांग आ रही है। यह कंपनी विश्व के करीब 50 देशों में विभिन्न किस्मों के चावल का निर्यात करती आ रही है। इसके अलावा मेक्सिको, यूएसए, वेनेजुएला, कनाडा में करीब 200 क्विंटल पूसा 1121 चावल का निर्यात करती है। कंपनी के एमडी अरुण अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा में चर्चा में आए पूसा 1121 चावल का मांग विश्व में और बढ़ गई है।
यह चावल प्रधानमंत्री की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति को भेंट किया जाना उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है। इसका लाभ उनकी कंपनी को भी मिल रहा है। अब यूएसए से भी और अधिक बासमती चावल 1121 की डिमांड आनी शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि न्यूयॉर्क, शिकागो शहरों में एकाएक इस चावल की मांग बढ़ी है। 1121 चावल उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर में उत्पादित होने वाले एक खास किस्म के धान पूसा 1121 की खेती से उत्पादित होता है। बता दे, इसकी लंबाई 8-4 मिमी से भी ज्यादा होती है। इस चावल का ज्यादातर उपयोग बिरयानी बनाने में किया जाता है। बताया कि वर्तमान में उनकी कंपनी इस किस्म के चावल का विदेशों में 2000 क्विंटल का निर्यात कर रही है और चावल के चर्चा में आने के बाद मांग 20,000 क्विंटल तक पहुंचने की उम्मीद है।