Dehradun Pod Taxi: देहरादून में जाम से निजात दिलाने और यातायात व्यवस्था को सही करने के लिए अब पॉड टैक्सी चलाने की तैयारी है। देहरादून हरिद्वार के बाद प्रदेश का दूसरा शहर होगा जहां पॉड टैक्सी चलाई जाएंगी। शासन की और से सिंगापुर की तर्ज पर पर्सनल रैपिड ट्रॉजिट ट्रांसपोर्ट, पीआरटी के तहत बिना ड्राइवर वाली पॉड टैक्सी चलाने की योजना पर सहमति दी गई है। पहले चरण में पंडितवाड़ी से रेलवे स्टेशन तक 6 किमी के रुट पर इसका संचालन किया जाएगा। मुख्य सचिव एस एस संधु का कहना है कि देहरादून में जहां नियो मेट्रो का संचालन नहीं होगा। वहां पर पीआरटी सिस्टम लागू होगा। उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने कंप्रेंसिहिव मोबिलिटी प्लान के तहत पीआरटी सिस्टम का प्रजेंटेशन दिया।
पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर पॉड टैक्सी को पंडितवाडी से रेलवे स्टेशन तक चलाया जाएगा। पहले इस रुट पर रोपवे चलाने की योजना बनाई गई थी। हरिद्वार में देश की पहली पॉड टैक्सी कार संचालन परियोजना पर काम शुरू हो चुका है। 13 करोड़ 54 लाख रुपये की इस परियोजना को उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन हरिद्वार दर्शन नाम से धरातल पर उतार रहा है। पॉड टैक्सी के चार रूट और 21 स्टेशन हैं। स्टेशन की चौड़ाई नौ मीटर और लंबाई 30 मीटर तक होगी। स्टेशन तक यात्री सीढि़यों और एलिवेटर से जाएंगे। पॉड टैक्सी का इलेट्रिक संचालन होगा। पीपीपी मोड पर इसका संचालन होगा। चारों रूट के ट्रैक की लंबाई 20.8 मीटर होगी। मेट्रो कारपोरेशन की योजना के तहत पांच सौ पॉड टैक्सी चलाई जाएंगी। एक पॉड में छह लोग बैठ सकेंगे। इनकी स्पीड 40 से 60 किमी प्रति घंटे होगी।