Uttarakhand Poltics News: मोदी सरनेम विवाद मामले में सूरत कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई। जिसके बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई। जिससे देशभर में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। इसको लेकर राजधानी देहरादून में कांग्रेस नेताओं ने मशाल जुलूस निकाला। वहीं, मसूरी में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देहरादून कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय से घंटाघर तक मशाल जुलूस निकाला। इस मशाल जुलूस में पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर समेत कई कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे। इस दौरान भुवन कापड़ी ने राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता को समाप्त किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा राहुल गांधी ने जब भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी जैसे विषयों को उठाया तो, उनकी लोकसभा से सदस्यता समाप्त कर दी गई। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। इसके विरोध में आज यूथ कांग्रेस ने मशाल जुलूस निकालकर अपना आक्रोश प्रकट किया है। ताकि सोई हुई सरकार को जगाया जा सके। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खोने में भाजपा की कोई भूमिका नहीं है। उनकी अयोग्यता पर निर्णय अदालत के फैसले के बाद प्रभावी हुआ और इसके परिणामस्वरूप उन्हें अपनी सदस्यता खोनी पड़ी। भट्ट ने कहा कि इस स्थिति के लिए राहुल गांधी खुद जिम्मेदार हैं क्योंकि वह ओबीसी समुदाय से भी माफी मांग सकते थे लेकिन उन्होंने अहंकार के कारण ऐसा नहीं किया। कांग्रेस के नेता भी घमंड में चूर हैं और उनके बयान को सही बता रहे हैं।