उत्तराखंड के जोशीमठ को लेकर सियासत लगातार जारी है। उत्तराखंड सरकार समेत केंद्र भी विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने धामी सरकार पर तीखा प्रहार किया है। अखिलेश ने कहा कि राजनीतिक प्रभाव से वैज्ञानिकों पर दबाव बनाकर, जोशीमठ की दरारों की सच्चाई छिपाने की बीजेपी सरकार की कोशिश घोर निंदनीय है। लाखों लोगों की जिंदगी दांव पर लगी होने की वजह से ये बहुत गंभीर विषय है। जोशीमठ की परियोजनाओं के बारे में पर्यावरण प्रभाव आकलन (EIA) की रिपोर्ट का खुलासा हो।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अखिलेश को पलटवार करते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है…देश के किसी भी कोने में बैठकर लोग उत्तराखंड के बारे में अपनी-अपनी बातें रख रहे हैं, तो ये बिलकुल भी ठीक नहीं है, क्योंकि वहां के हालात ऐसे नहीं है। वहां पर आज भी 65-70 फीसदी लोग सामान्य रुप से अपना काम कर रहे हैं। 4 महीने बाद चार धाम यात्रा शुरू होने वाला है, इसलिए इस तरह का माहौल बनाना ठीक नहीं है। वही, कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकारों ने यहां के खतरों को नजरअंदाज कर विकास के नाम पर विनाशकारी योजनाएं थोपीं, जिससे हमारी यह ऐतिहासिक नगरी कराह रही है और उसका नतीजा जोशीमठ के सामान्य और गरीब परिवार भुगत रहे हैं।