उत्तरकाशी टनल हादसे की प्राथमिक रिपोर्ट आई सामने, रिपोर्ट में हुए कई खुलासे..नियमों की भी हुई अनदेखी

केन्द्र की टीम ने सिलक्यारा सुरंग हादसे की प्राथमिक जांच रिपोर्ट सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को सौंप दी है। जानें हादसे के पीछे क्या थे कारण..

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निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग हादसे की प्राथमिक जांच रिपोर्ट विशेषज्ञों ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को सौंप दी है।  Silakyara Tunnel Accident Report बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त न होने और निर्माण करते वक्त नियमों की अनदेखी की बात कही गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि निर्माण कंपनी को कार्यदायी संस्था एनएचआईडीसीएल द्वारा नियुक्त प्राधिकारी इंजीनियर से काम करने की पद्धति की अनुमति नहीं मिली थी। सुरंग के अंदर सेंसर और उपकरणों की भी कमी थी। सेंसर और उपकरणों रि-प्रोफाइलिंग के दौरान जमीन के व्यवहार पर नजर रखते हैं। जिससे समय रहते जरूरी सावधानी बरती जा सके। इसके अलावा रिपोर्ट में एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों द्वारा सुरंग निर्माण कार्य की आवश्यक निगरानी नहीं करने की बात भी सामने आई है।

एनएचआईडीसीएल निदेशक अंशु मनीष खल्खो ने बताया, जांच रिपोर्ट को लेकर अभी कोई भी निर्देश नहीं मिले हैं। बताया, सिलक्यारा सिरे से मलबा हटाने और दोबारा निर्माण शुरू करने से पहले फिजिबिलिटी की जांच की जाएगी। इसी आधार पर आगे का काम होगा। बताया, बड़कोट सिरे से काम शुरू कर दिया गया है। बता दें कि केंद्रीय जांच समिति इस हादसे की विस्तृत रिपोर्ट एक माह में सरकार को देगी। बता दें कि 12 नवंबर को सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन हुआ था। जिससे 41 मजदूर सुरंग में फंस गए थे। इन्हें बाहर निकालने के लिए 17 दिन लंबा अभियान चला था। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने सिलक्यारा सुरंग हादसे की जांच बैठा दी थी। जांच समिति सिलक्यारा में प्राथमिक जांच के बाद लौट गई थी, जिसने अब सचिव परिवहन को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।