Uttarakhand BJP: आखिरकार लंबे विचार और मंथन के बाद बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया। इस टीम में आठ प्रदेश उपाध्यक्ष, तीन प्रदेश महामंत्री, एक कोषाध्यक्ष, एक सह कोषाध्यक्ष, आठ मंत्री, एक कार्यालय सचिव, एक प्रदेश मीडिया प्रभारी, दो प्रदेश प्रकोष्ठ प्रभारी, विभाग प्रभारी और मोर्चों के अध्यक्षों के नाम शामिल हैं। जहां उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी लगातार अपने संगठन को मजबूत कर रही है। इसके लिए पार्टी अलग-अलग स्तरों पर बदलाव भी कर रही है। इन्हीं बदलावों में सबसे बड़ा बदलाव पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मदन कौशिक को हटाकर पार्टी के पुराने कार्यकर्ता और पहाड़ से आने वाले महेंद्र भट्ट को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट द्वारा प्रदेश कार्यकारिणी के रूप में गठित की गई इस नई टीम में कई चेहरे रिपीट किए गए हैं। यानी कि प्रदेश कार्यकारिणी की इस नई सूची में काफी नए लोगों को जगह दी गई है। वहीं, कुछ पदों पर पुराने कार्यकर्ताओं को रिपीट किया गया है। लेकिन पूर्व पदाधिकारियों को रिपीट किए जाने पर यमुनोत्री से पूर्व विधायक केदार रावत ने सवाल खड़े किए हैं। यमुनोत्री से पूर्व भाजपा विधायक केदार रावत का कहना है कि प्रदेश कार्यकारिणी में कुछ चेहरों को रिपीट किया गया है जो कि चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पार्टी की इस कार्यशैली को जनता देख रही है और कहीं ना कहीं इससे जनता में गलत संदेश जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी को इस संबंध में सोचना चाहिए और कुछ महत्वपूर्ण पदों पर लगातार लंबे समय तक एक ही कार्यकर्ता को रखना कहीं ना कहीं पार्टी की रीति नीति के पैमाने पर फिट नहीं बैठता है।
प्रदेश की नई टीम से कई बड़े नामों की छुट्टी भी यिासी गलियारे में गूंज रही है। प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट और राजू भंडारी अब टीम में नहीं हैं क्योंकि तीन प्रदेश महामंत्रियों में से कुलदीप कुमार का प्रमोशन कर उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। भट्ट और भंडारी को संगठन से हटाने के बाद राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म है। माना जा रहा है कि भंडारी और सीएम धामी का छत्तीस का आंकड़ा है। ऐसे में पार्टी संगठन से उन्हें विदा होना पड़ा। हालांकि सुरेश भट्ट को सरकार में कोई दायित्व देने की चर्चा है।