उत्तराखंड में भी भारी बारिश का दौर जारी है। भारी बारिश से नदी नालों का जलस्तर बढ़ गया है। वहीं लगातार हो रही बारिश से कई मार्गों पर भूस्खलन से पत्थर और बोल्डर गिर रहे हैं। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। Heavy Rain Uttarakhand राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड में 111 सड़कें बाधित हैं। जिसमें 5 एनएच, 8 एसएच, 1 बॉर्डर रोड, 41 पीडब्ल्यूडी, 56 पीएमजीएसवाई की सड़के शामिल हैं। देहरादून प्रेमनगर ठाकुरपुर के पास नदी की तेज धाराओं में तीन व्यक्ति फंस गए। सूचना पर सहस्त्रधारा SDRF टीम आवश्यक उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंची। तेज जलधारा की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को पार करते हुए, SDRF टीम ने फंसे तीनों लोगों को सकुशल रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश के कारण सोनप्रयाग व गौरीकुंड के मध्य मुनकटिया से आगे मार्ग बाधित हो गया है। वहीं भारी बारिश से भुजियाघाट में पहाड़ टूटने से नैनीताल मार्ग अवरुद्ध हो गया है। जिससे मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तमाम जिला अधिकारियों से बैठक कर भारी बारिश के हालातों का जायजा ले रहे हैं।
हरिद्वार में बीते देर रात से लगातार हो रही बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव देखने को मिल रहा है। हरिद्वार के जिला अधिकारी मयूर दीक्षित ने लगातार हो रही बारिश के चलते सभी अधिकारियों को जलभराव से संबंधित समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उनके द्वारा लगातार सभी क्षेत्रों की मॉनीटरिंग भी की जा रही है। 24 घंटे से प्रदेश में हो रही झमाझम बारिश के चलते नदी नाले उफान पर बह रहे हैं। भारी बारिश से ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान तक पहुंच गई है। टिहरी गढ़वाल में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश का असर अब यातायात पर भी देखने को मिल रहा है। नेशनल हाईवे 34 पर पुलिस चौकी प्लासड़ा से आगे का मार्ग भारी मलबा आने के कारण पूरी तरह बंद हो गया है। भारी बारिश से कोटद्वार के सिद्धबली मंदिर से पहले मोड़ पर मैक्स वाहन पर पहाड़ी से बोल्डर गिर गए। हादसे में दो यात्रियों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वाहन बीरोंखाल से कोटद्वार आ रहा था। हादसे में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।