बेमौसमी बारिश और अंधड़ से पहाड़ से मैदान,तराई से भाबर तक किसानों की खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कई जगहों पर भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि ने तबाही और बढ़ा दी है। किसानों को हुए नुकसान की तरफ राज्य सरकार का ध्यान दिलाने को नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखा है। यशपाल आर्य ने किसानों की फसल तबाह होने के बावजूद निजी बीमा कंपनियों से मदद ना मिल पाने का मुद्दा भी उठाया है।
मुख्यमंत्री धामी को पत्र लिखकर किसानों और बागवानों की समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने और उन्हें तुरंत नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को लिखे पत्र में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने किसानों की समस्याओं को उठाया और कहा कि प्रदेश भर में हो रही भारी बारिश और तूफानी हवाओं के कारण पहाड़ से लेकर तराई तक और भाबर तक तेज आंधी के साथ बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। इससे किसानों और काश्तकारों की फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है।
किसान पहले से ही बुरी तरह त्रस्त है ऊपर से प्राकृतिक मार किसान की आर्थिक स्थिति को और बिगाड़ दिया है।जिसका सीधा असर उसके परिवार के पालन पोषण पर पड़ेगा ।यह राज्य सरकार के लिए करुणा और सहानुभूति के साथ आगे बढ़ने का समय है।@pushkardhami @INCIndia pic.twitter.com/UriLGeMkdp
— Yashpal Arya (@IamYashpalArya) March 21, 2023
खड़ी फसलों पर भारी बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है और खेतों में तैयार फसल उजड़ चुकी है। फल और साग सब्जियां भी तहस-नहस हो चुकी हैं। यशपाल आर्य का कहना है कि कृषक पूरे साल चिंता और असुरक्षा के भाव में जीता है, क्योंकि कभी बारिश में तो कभी बारिश के अभाव में उनकी आंखों के सामने फसलें नष्ट होती हैं। उन्होंने कहा कि कभी पाले से तो कभी ओलावृष्टि से किसान को फसलों का खासा नुकसान उठाना पड़ता है।
आर्या ने पत्र में कहा है कि इस वर्ष ही नहीं बल्कि किसान कई वर्षों से मौसम की मार झेलते आ रहे हैं। उन्हें कई सीजन से सरकार की ओर से उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह किया है कि प्रदेश भर के किसानों और बागवानों की समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाए और उन्हें तत्काल उनकी फसलों और फलों के हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से किसानों की फसलों के बीमे की राशि के भुगतान किये जाने का अनुरोध किया है।