उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। पहाड़ से लेकर मैदान तक सभी जगह से नुकसान की खबरें आ रही हैं। पहाड़ों पर भूस्खलन की घटनाओं में इजाफा हुआ है। मैदानी इलाकों में जलस्तर बढ़ने से नदियों ने रौद्र रूप ले लिया है। मैदानी इलाकों में कई जगह जलभराव की समस्याएं भी उत्पन्न हो चुकी है। खास बात ये है कि मौसम विभाग ने आगामी 15 जुलाई तक रेड अलर्ट जारी किया है। मंगलवार सुबह आपदा कंट्रोल रूम में आपदा सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने प्रदेश के हालातों पर ब्रीफिंग की और ब्रीफिंग के बाद मीडिया को जानकारी दी। रंजीत सिन्हा ने बताया कि आगामी 15 जुलाई तक रेड अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद अब आगामी कुछ दिन बेहद चुनौती भरे हो सकते हैं।
रंजीत सिन्हा ने बताया कि उनके द्वारा सभी जिला के जिलाधिकारियों से बातचीत की गई है। जहां पर सड़के बंद हैं, वहां लोगों को वैकल्पिक मार्गों के जरिए भेजा जा रहा है। यदि कोई इमरजेंसी है तो उसे प्रशिक्षित लोगों की निगरानी में भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि धारचूला में रेस्क्यू फोर्स को डिप्लॉय किया जा रहा है। उधर मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद उत्तराखंड आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से जारी किए गए निर्देश में सभी जिलों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही तमाम सावधानी बरतने के भी निर्देश दिए गए हैं। उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते लोगों का जीना मुहाल हो गया है। बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आलम यह है कि तमाम सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के साथ ही भूस्खलन का सिलसिला भी लगातार जारी है।