Chardham Yatra 2023: यात्रियों के लिए इस बार भी पंजीकरण अनिवार्य, जोशीमठ भूधंसाव का नहीं पड़ेगा कोई असर

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उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में इस बार भी यात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य होगा। पर्यटन विभाग ने इसके लिए साफ्टवेयर तैयार कर लिया है। इसमें स्लाट मैनेजमेंट सिस्टम से श्रद्धालुओं को धामों में दर्शन की तिथियां आवंटित की जाएंगी। यही नहीं, धामों में दर्शन की व्यवस्था में भी बदलाव होगा। यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए टोकन व्यवस्था लागू की जाएगी। भीड़ प्रबंधन के साथ ही यात्रियों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए चारधाम में धारण क्षमता के अनुरूप दर्शनार्थियों की संख्या तय की जा रही है। उच्चस्तर पर विमर्श के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। सरकार ने यह भी दोहराया है कि जोशीमठ भूधंसाव का यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री में पिछले साल लगभग 49 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। इस बार बदरीनाथ धाम के मुख्य पड़ाव जोशीमठ के भूधंसाव की जद में आने के बाद से सरकार चारधाम यात्रा को लेकर हर पहलू से अध्ययन कर रही है। यद्यपि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि यात्रा पूरे उत्साह के साथ होगी। जोशीमठ आपदा का असर इसमें नहीं पड़ेगा। सरकार हर स्तर पर प्रभावी कदम उठा रही है। अब जबकि चारधाम यात्रा के लिए लगभग तीन माह का समय शेष रह गया है तो सरकार ने तैयारियों को अंतिम रूप देना प्रारंभ कर दिया है। भीड़ प्रबंधन के दृष्टिगत साफ्टवेयर के जरिये स्लाट मैनेजमेंट सिस्टम से यात्रियों को धामों में दर्शन करने की तिथियां आवंटित की जाएंगी।

पर्यटन सचिव ने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर चमोली, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी जिलों के जिलाधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग हो चुकी है। धामों की धारण क्षमता के अनुसार वहां दर्शनार्थियों की संख्या निर्धारित की जा रही है। जल्द ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। चारधाम यात्रा मार्गों पर स्थायी शौचालय बनाने के लिए 15 अप्रैल तक लक्ष्य रखा गया है। राज्य में चारधाम यात्रा की शुरुआत गंगोत्री व यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ होती है। दोनों धामों के कपाट अक्षय तृतीया को खुलते हैं और इस बार यह तिथि 22 अप्रैल को पड़ रही है। इसके अलावा बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 27 अप्रैल तय हो गई है। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर तय होगी।