देहरादून: मुख्यमंत्री सचिवालय में विभिन्न कामकाज को लेकर अधिकारियों की जिम्मेदारी का बंटवारा कर दिया गया है। खास बात यह है कि कुल 6 अधिकारियों को मुख्यमंत्री से जुड़े तमाम कार्यों के लिए बांटा गया है। जिसमें मीनाक्षीसुंदरम और विनय शंकर पांडे सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभालते हुए नजर आएंगे। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, शैलेश बगोली और एसएन पांडे भी मुख्यमंत्री कार्यालय और सचिवालय से जुड़े कामों को देखेंगे.इसमें अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा, राज्यसभा और केंद्रीय मंत्रिमंडल समेत विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा नीति आयोग और विधानसभा से संबंधित विभिन्न कार्यों को भी राधा रतूड़ी देखेंगी।
विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार को मुख्यमंत्री कार्यालय में सुरक्षा और प्रोटोकॉल समेत न्यायपालिका के प्रकरणों के साथ राजभवन से संबंधित मामलों को देखने की जिम्मेदारी दी गई है। अभिनव कुमार विधि न्याय विधाई आपदा प्रबंधन जनगणना जैसे विभागों की पत्रावलियां देखेंगे। सचिव मीनाक्षीसुंदरम को जिलाधिकारियों से समन्वय, विवेकाधीन कोष, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री के द्वारा दिए जाने वाले कार्य की जिम्मेदारी दी गई हैं। उधर वन खनन, विद्यालय शिक्षा, आबकारी जैसे महत्वपूर्ण विभागों की पत्रावलियों से जुड़ा काम मीनाक्षी सुंदरम ही देखेंगे। शैलेश बगोली को मुख्यमंत्री की विधानसभा क्षेत्र के कार्य और समीक्षा, मंत्री परिषद से संबंधित प्रकरण, मुख्यमंत्री राहत कोष से जुड़े कार्यों की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा कृषि, लघु सिंचाई, खाद्य, उच्च शिक्षा और आवास जैसे विभागों की पत्रावलियों से संबंधित कार्यों को भी शैलेश बगोली देखेंगे।
सचिव विनय शंकर पांडे को मीडिया से जुड़े सभी कार्यों की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा विधायकों और सांसदों से समन्वय और मुख्यमंत्री के दौरे और उनके अभिभाषण से लेकर घोषणाओं की जिम्मेदारियां दी गई है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, शहरी विकास , खेल, राज्य संपत्ति जैसे महत्वपूर्ण विभागों से जुड़ी पत्रावलियों को विनय शंकर पांडे देखेंगे। सचिव एसएन पांडे राजधानी से बाहर मुख्यमंत्री के भ्रमण कार्यक्रमों के साथ राजकीय विभागों और विभिन्न आयोगों में नियुक्ति से संबंधित अधियाचन मुख्यमंत्री की घोषणाएं उनकी बैठकें और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात संबंधी कार्यों को देखेंगे. समाज कल्याण, महिला बाल विकास, स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा, सतर्कता, तकनीकी शिक्षा जैसे विभागों की पत्रावलियों से जुड़े काम भी उन्हीं के द्वारा देखें जाएंगे।