Rishikesh Karnprayag Rail Line Project: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना को तय समय पर धरातल पर उतारने के लिए रेल विकास निगम ने पूरी ताकत झोंक दी है। 125 किमी लंबी ब्रॉड गेज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना एक कदम और आगे बढ़ गई है। श्रीकोट गैस गोदाम (एडिट-5) से स्वीत (एडिट-6) तक लगभग दो किलोमीटर निकासी सुरंग (Escape Tunnel) आर-पार (Break Throw) हो गई है। इस मौके पर मुख्य अतिथि उप जिलाधिकारी श्रीनगर नुपूर वर्मा ने रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) को बधाई दी है। इस दौरान उन्होंने रेल विकास निगम द्वारा सुरंग निर्माण संबंधी जानकारियां भी ली। इस उपलब्धि पर कार्यदायी कंपनी और आरवीएनएल के अधिकारी-कर्मचारियों व मजदूरों ने खुशी जताते हुए मिठाई बांटी।
ब्रेक थ्रू कार्यक्रम के दौरान रेल विकास निगम लिमिटेड ने बताया कि श्रीनगर जीएनटीआई मैदान से डूंगरीपंथ (Tunnel-11) तक लगभग 9 किलोमीटर मुख्य सुरंग का निर्माण होना है। इसमें से 6 किलोमीटर सुरंग की खुदाई हो चुकी है। मुख्य सुरंग के साथ साथ निकासी सुरंग भी बन रही है। एडिट-5 से एडिट-6 (श्रीकोट से स्वीत)के बीच 2 किलोमीटर निकासी सुरंग का निर्माण किया गया है। इसका ब्रेक थ्रू सफलता पूर्वक कर दिया गया है। जल्दी ही सुरंग का शेष निर्माण कार्य भी पूरा हो जाएगा। 16216 करोड़ की लागत से तैयार हो रही 125 किमी लंबी इस रेल परियोजना में ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक 105 किमी रेल लाइन 17 सुरंगों के भीतर से होकर गुजरेगी। वर्तमान में परियोजना के नौ पैकेज पर काम चल रहा है।