जी हां दोस्तो हम कहते हैं अतिथि देव भवह, लेकिन हमारे में बारे अतिथि क्या कहते हैं, क्या कभी आने सोचा, कैसे उत्तराखंड घुमने आई रूसी महिला ने भारतीयों की उस हरकत की पोल खोलदी, जिससे हम सब का सिर शर्म से झुक जाए। कैसे हम भारीतीयों की हरकत ने रूसी महिला को कर दिया परेशान। ये बताने के लिए आया हूं दोसतो और क्या कहा उस रुसी महिला ने वो भी दोस्तों, देवभूमि उत्तराखंड से सामने आया एक ऐसा वीडियो, जिसने हम सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है। उत्तराखंड घूमने आई एक रूसी महिला ने ऐसा सच सामने रखा है, जिसे देखकर वाकई सिर शर्म से झुक जाता है। दोस्तो जिस धरती को हम देवभूमि कहते हैं, उसी धरती पर फैले कचरे को देखकर विदेशी महिला हैरान भी है और परेशान भी, सवाल ये है कि क्या हम अपनी प्राकृतिक धरोहर का सम्मान करना भूलते जा रहे हैं? वीडियो जारी कर आखिर रूसी महिला ने ऐसा क्या कह दिया कि सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है? और जिसने भारतीयों की आदतों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।
दरअसल दोस्तो उत्तराखंड के चंद्रशिला में ट्रेकिंग पर आई एक रूसी महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह भारतीयों से कचरा न फेंकने की अपील कर रही है। महिला ने ये भी कहा कि हमें प्रकृति से प्यार और उसका सम्मान करना सीखना चाहिए। दोस्तो ये रुसी महिला यहीं नहीं रुकती वो आगे कहती हैं। कहीं भी कचरा फेंक देना अक्सर हम भारतीयों की आदत होती है। चाहे कोई भी पब्लिक प्लेस हो, लोग प्लास्टिक के थैले, कागज और इस्तेमाल की हुई बोतलें ऐसे ही फेंक देते हैं। दोस्तो सही बात ये है कि ये हमारे आदततों की कड़वी सच्चाई है कि हम सुधरने वाले नहीं हैं और भारत घूमने आने वाले विदेशियों को अक्सर इससे बहुत परेशानी होती है। अब, एक रूसी महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो टूरिस्टों से कचरा न फेंकने और भारत की प्राकृतिक सुंदरता का सम्मान करने की अपील कर रही हैं। दोस्तो उत्तराखंड में चंद्रशिला पर ट्रेकिंग कर रही एक रूसी महिला सोशल मीडिया पर छाई हुई है। हाल ही में चोपता, तुंगनाथ और चंद्रशिला की यात्रा करने वाली सोसल मीडिया यूजर ने इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर शेयर किया है।
दोस्तो बता दूं कि चंद्रशिला हिंदू तीर्थयात्रियों और प्रकृति प्रेमियों, दोनों के लिए एक पसंदीदा जगह है। लेकिन रोज़ाना हजारों लोगों के आने-जाने वाली इन जगहों पर फैला कचरा बहुत ही निराशाजनक नज़ारा है। कई बार तो चोटी के ऊपर तक कचरा फैला हुआ दिखाई देता है। वहीं दोस्तो इस पोस्ट में लिखा है कि हमारे पास सिर्फ एक ही बैग था, इसलिए हम जितना हो सका उतना कचरा इकट्ठा कर पाए। बाद में, पहाड़ से नीचे उतरकर उन्होंने उस कचरे को सही तरीके से ठिकाने लगाया। महिला ने बेस पर मौजूद स्थानीय कर्मचारियों को भी इस बारे में बताया। उन्होंने आगे लिखा, कृपया पहाड़ों में कचरा न फेंके। आप जिस जगह पर आते हैं, उसका सम्मान करें। अगर आप इसे साफ करने में मदद कर सकते हैं, तो यह एक बहुत अच्छा काम है। दोस्तो इस पोस्ट पर कई लोगों ने कमेंट्स किए। बहुतों ने सार्वजनिक जगहों और प्रकृति को कचरा फेंकने से बचाने की जरूरत पर जोर दिया। दोस्तों, ये वीडियो ये पोस्ट सिर्फ एक रूसी महिला की अपील नहीं है, बल्कि हमारे लिए आईना है। देवभूमि उत्तराखंड की सुंदरता पर कचरे की परत आखिर कब तक चढ़ती रहेगी?क्या हमें अपनी जिम्मेदारी किसी विदेशी के समझाने के बाद ही याद आएगी? पहाड़, नदियाँ और जंगल हमारी पहचान हैं, और इनका सम्मान करना सिर्फ सरकार या प्रशासन की नहीं, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है। अगर हम आज नहीं संभले, तो आने वाली पीढ़ियाँ हमें कभी माफ़ नहीं करेंगी।