जी हां दोस्तो एक शिक्षक की हरकतों से परेशान कालेज की छात्राओं की चुप्पी टूटी तो बवाल हो गया, बेरीनाग कॉलेज में सनसनी फैल गई। खुलासा ऐसा हुआ जिसने सबको चौंका दिया और सबके मन में एक ही सवाल कि बंद दरवाजों के पीछे आखिर चल क्या रहा था। दोस्तो आज की सबसे बड़ी और चौंकाने वाली खबर उत्तराखंड के बेरीनाग कॉलेज से—जहाँ कैंपस की दीवारों के पीछे जो कुछ सामने आया, उसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। छात्राओं की ओर से लगाए गए गंभीर आरोपों ने कॉलेज प्रबंधन से लेकर अभिभावकों तक, सबके माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी। अब सवाल ये कि आख़िर बंद दरवाज़ों के पीछे क्या हो रहा था? कैसे टूटी छात्राओं की चुप्पी? और अब इस पूरे मामले में प्रशासन की क्या कार्रवाई होगी? दगड़़ियो इस रिपोर्ट के जरिए मै आपको बताउंगा दिखाउंगा वो खुलासा जिसने पूरे बेरीनाग को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। दोस्तो मै आपको ये खबर विस्तार से बताउं पूरा मामला क्या था, दरअसल दोस्तो ये वीडियो उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले का है। यहां बेरीनाग महाविद्यालय ने शिक्षक पर छात्राओं से छेड़छाड़ का आरोप लगा है। आरोप है कि शिक्षक ने लाइब्रेरी में छात्रा से छेड़छाड़ की है। छात्रा का आरोप है कि शिक्षक ने छेड़छाड़ के बाद उसके मोबाइल पर व्हाट्सएप से अश्लील मैसेज भी भेजे है, जिसकी जानकारी छात्रा ने छात्र संघ पदाधिकारियों को दी और उसके बाद खूब हंगामा देखने को मिला।
दोस्तो बेरीनाग महाविद्यालय में एक संविदा शिक्षक पर छात्रा से छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगने के बाद कॉलेज में दिनभर हंगामा रहा। छात्रा ने आरोप लगाया है कि शिक्षक ने लाइब्रेरी में उसके साथ जबरन अनुचित हरकत की और बाद में उसके फोन पर व्हाट्सएप से अश्लील संदेश भी भेजे। छात्रा ने ये जानकारी तुरंत छात्र संघ पदाधिकारियों को दी, जिसके बाद मामला तेजी से पूरे कॉलेज में फैल गया। घटना सामने आते ही छात्र-छात्राओं में आक्रोश फैल गया, बड़ी संख्या में छात्र कॉलेज परिसर में जमा हुए और आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है और ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इतना ही नहीं छात्र संघ पदाधिकारियों ने आरोपी शिक्षक का घेराव भी किया और उसे तुरंत कॉलेज से हटाने और गिरफ्तार करने की मांग की। काफी देर तक कैंपस में नारेबाज़ी और हंगामा चलता रहा। दोस्तो जब हालात बिगड़ते दिखे तो कॉलेज प्रबंधन ने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को जानकारी दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और छात्रों को शांत कराने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने आरोपी शिक्षक को कॉलेज से बाहर निकाला और पूछताछ के लिए कोतवाली ले गई। दोस्तो इतना होने के बाद भी छात्रों का गुस्सा यहां भी कम नहीं हुआ। वे कोतवाली तक पहुंच गए और शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे, कोतवाली परिसर में भी काफी देर तक हंगामा और नारेबाज़ी का माहौल देखने को मिला। इस पूरे मामले में पुलिश का कहना है कि छात्रा के अभिभावक और छात्र संघ पदाधिकारी कोतवाली पहुंचे थे और उन्होंने शिक्षक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। वहीं पुलिस ने शिक्षक को चेतावनी दी है और कहा है कि कॉलेज प्रशासन विभागीय कार्रवाई करेगा।
फिलहाल इस मामले में कोई FIR दर्ज नहीं की गई है, उधर दूसरी तरफ छात्रों का कहना है कि FIR न होने से वे संतुष्ट नहीं हैं। उनका आरोप है कि मामला गंभीर है और कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। अब दोस्तो इतना हंगामा ने होने के बाद बाद अगर कॉलेज प्रशासन की करूं तो प्रभारी प्राचार्य कहते हैं कि आरोपी शिक्षक संविदा पर कार्यरत है और पूरे मामले की जानकारी कोतवाली को दे दी गई है। कॉलेज प्रबंधन ने महिला उत्पीड़न समिति (ICC) का गठन कर दिया है, जो पूरे मामले की जांच करेगी। इसके अलवा ये भी दोस्तो ये कि समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी और किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। ये कॉलेज प्रबंधन का इस पूरे घटना पर कर्रवाई कह लीजिए या कमेंट है। इधर दोस्तो इस घटना के बाद विभिन्न छात्र संगठन भी सक्रिय हो गए। घटना की कड़ी निंदा की और छात्र संगठन कहा कि कॉलेज में छात्राओं की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। संगठन ने प्रशासन से आरोपी शिक्षक को तुरंत बर्खास्त करने और कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। दोस्तो कॉलेज परिसर में गहमा-गहमी का माहौल रहा। जहां एक तरफ छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा, वहीं दूसरी ओर कॉलेज प्रशासन और पुलिस मामले को शांत कराने की कोशिश करते रहा..क्योंकि मसला बड़ा था और अब सभी की निगाहें महिला उत्पीड़न समिति की जांच पर टिकी हैं। छात्रों का कहना है कि अगर आरोपी पर आरोप सिद्ध होते हैं तो उसके खिलाफ जल्द और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। फिलहाल दोस्तो कॉलेज में पढ़ाई का माहौल प्रभावित है और छात्र इस घटना के खिलाफ एकजुट होकर प्रशासन पर दबाव बनाए हुए हैं। आने वाले दिनों में ही साफ होगा कि जांच क्या कहती है और छात्राओं को न्याय मिलेगा या नहीं।