हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा के आरोप में अब तक 107 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन बंदियों को नैनीताल जिला कारागार और हल्द्वानी उप कारागार में रखा गया है। Haldwani Banbhulpura violence बताया जा रहा है कि इन सभी आरोपियों जेल के अंदर मामूली से विवाद को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की थी, जिसके बाद सुरक्षा को देखते हुए यह निर्णय लिया गया और 6 आरोपियों को हरिद्वार व अल्मोड़ा जेल में शिफ्ट किया गया। जेल प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर आईजी जेल ने यह कार्रवाई की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, 26 जुलाई को एक बुजुर्ग बंदी ने हिंसा के आरोपी से उसके पसीने से दुर्गंध आने की बात कही थी। इस पर दोनों पक्षों में जमकर कहासुनी के बाद हाथापाई हो गई थी।
वहीं 29 जुलाई को जेल परिसर में दाढ़ी बनवाने को लेकर हुए विवाद को हिंसा मामले के आरोपियों ने सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की थी। इन लोगों ने अपने मिलने आने वाले लोगों के माध्यम से झूठी बातें बाहर फैला दी। इसके बाद धर्म गुरुओं ने जेल में आकर जेल अधीक्षक से मुलाकात की। सीसीटीवी फुटेज की जांच में मामला झूठा निकला। उधर खबर प्रकाशित होने के बाद जेल मुख्यालय ने मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की। वहीं खुफिया एजेंसियों और पुलिस की जांच रिपोर्ट शासन भेजी गई। इसके बाद आईजी जेल के आदेश पर शादाब, सुलेमान और जावेद को हरिद्वार जेल और रिजवान, समीर और सलमान को अल्मोड़ा जेल में शिफ्ट कर दिया गया। जेल अधीक्षक प्रमोद पांडे ने बताया कि आईजी जेल विमला गुंज्याल के निर्देश पर विवाद में शामिल सभी छह आरोपियों को सोमवार सुबह दूसरी जेलों में शिफ्ट किया गया है।