उत्तराखंड: चार धाम यात्रा में जहा आस्था का सैलाब सर चढ़ कर दिख रहा है। वही चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक 41 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। आपको बता दे चारधामों में से सबसे ज्यादा भीड़ केदारनाथ मंदिर में पहुंच रही है और केदारनाथ धाम में ही सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं ने जान गवाई है। केदारनाथ धाम में 15, यमुनोत्री में 14, बद्रीनाथ में 8 हर गंगोत्री में 8 लोगो की मौत हो चुकी है।
बताया जा रहा है श्रद्धालुओं की मौत हाई ब्लड प्रेशर, हर्ट संबंधी बीमारियों, हाइपोथर्मिया का शिकार और जो करोना काल के दौरान बीमार हुए होंगे उन्हीं लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने हेल्थ एडवाइजरी जारी की है। श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ने का मुख्य कारण बिना मौसम की जानकारी लिए मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचना है। जिससे श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ रहा हैं।
आपको बता दें बद्रीनाथ में 8 मई से 16 मई अब तक 176463 यात्रियों ने दर्शन किए हैं। वही केदारनाथ में 6 मई से 16 मई तक 213640 यात्रियों ने दर्शन किए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 2 साल बाद पुनः विधिवत प्रारंभ हुई है लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा पहुंच गई है। यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर सरकार पूरी तरीके से मॉनिटरिंग कर रही है। मुख्यमंत्री ने देशभर के श्रद्धालुओं को अपील करते हुए कहा कि जो शारीरिक रूप से अभी स्वस्थ नहीं है वह जब तक डॉक्टर ना कहें तो यात्रा प्रारंभ ना करें। उन्होंने कहा कि यात्रा पर जा रहे नौजवान, महिलाओं और बुजुर्गों, मातृशक्ति को आगे आने दें।