चार धाम यात्रा में अब तक 91 तीर्थयात्रियों ने तोड़ा दम, नहीं थम रहा मौतों का सिलसिला

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चारधाम यात्रा 2022: चारधाम यात्रा में जहा आस्था का सैलाब सर चढ़ कर दिख रहा है। वही चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। तीन मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम और छह को केदारनाथ व आठ मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ उत्तराखंड में चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। रोजाना हज़ारों की तादाद में यात्री चारों धामों में दर्शन को पहुंच रहे हैं। चारधाम यात्रा में गुरुवार को सोलह यात्रियों की मौत हो गई। 13 यात्रियों की मौत हार्ट अटैक जबकि तीन की मौत देर रात हुए हादसे में हुई। यात्रा शुरू होने से अब तक 23 दिन की अवधि में 91 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।

उत्तराखंड चारधाम में तीर्थयात्रियों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। उत्तराखंड की डायरेक्टर हेल्थ डॉक्टर शैलजा ने बताया कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा शुरू होने से गुरुवार 26 मई तक 91 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है। डॉक्टर शैलजा के अनुसार 16 तीर्थ यात्रियों की मौत अकेले 26 मई को हुई है।उत्तराखंड चारधाम यात्रा में बदलता मौसम श्रद्धालुओं की जान पर भारी पड़ रहा है। इन मौतों के बाद प्रशासनिक विभागों में खलबली मची है। यमुनोत्री धाम में 26 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। गंगोत्री धाम में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। केदारनाथ धाम में 42 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। उधर, बदरीनाथ धाम में भी 17 यात्रियों ने जान गंवाई है।

आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे ज्यादा मौते केदारनाथ यात्रा में हुई है। जहां अभी तक 42 तीर्थ यात्रियों की सांसें थम चुकी है। रुद्रप्रयाग मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीके शुक्ला ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के दौरान अब तक 42 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। तीर्थयात्रियों को सलाह दिये जाने के बाद भी वे अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंतित नहीं दिखाई दे रहे हैं। यात्रा के दौरान श्रद्धालु श्रद्धा भाव से भूखे पेट यात्रा कर रहे हैं, जबकि जो बीमार यात्री हैं, वे सही समय दवाईयां नहीं ले रहे हैं और उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है। श्रद्धालु यात्रा मार्ग पर खुले स्वास्थ्य शिविरों में जांच कराते हुए रुक-रुककर यात्रा करें ताकि उन्हें आराम मिले और सांस न फूले। ऑक्सीजन लेवल 85 से नीचे आने पर दिक्कत महसूस होने लगती है। ऐसा होने पर स्वास्थ्य शिविरों और अस्पतालों से ऑक्सीजन ले लें।