उत्तराखंड के इन जिलों में बनेंगे बच्चो के लिए खास तरह के चिल्ड्रन पार्क, मुख्य सचिव ने दिए निर्देश

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देहरादून: आमजन को सुकून देने वाले पार्क, चिल्ड्रन पार्क, योगा पार्क या वूमन गार्डन। अब तक यही सुना। अब राज्य में चिल्ड्रन ट्रेफिक पार्क भी होंगे। सड़क पर वाहन कैसे चलाना है। क्या सावधानियां बरतनी है। ट्रेफिक नियम क्या है? इसमें यह सब सीखने को मिलेगा। खासकर बच्चे खेल-खेल में ट्रेफिक नियम समझ पाएंगे ।मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य सड़क सुरक्षा कोष प्रबंध समिति की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों को प्रदेशभर में चिल्ड्रन ट्रैफिक पार्क बनाए जाने के निर्देश दिए है।

मुख्य सचिव ने बैठक के दौरान देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार और उधमसिंह नगर जैसे अधिक ट्रैफिक दबाव वाले क्षेत्रों से चिल्ड्रन ट्रेफिक प्लान की शुरुवात किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे बहुत जल्दी सीखते हैं और उसे जिन्दगी भर याद रखते हैं। इससे बच्चों में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और आने वाले समय में देश और प्रदेश को ट्रैफिक नियमों के प्रति जिम्मेदार नागरिक मिलेंगे। चिल्ड्रेन ट्रेफिक पार्क में जेबा क्रॉसिंग, ट्रैफिक सिग्नल्स, रेफलेक्टर, साइन बोर्ड, रोड ट्रैक, येलो लाइन, यू टर्न सहित ट्रैफिक रूल्स से जुड़ी सभी जानकारी दी जाती है। सड़क सुरक्षा संबंधित संदेश डिस्प्ले होते है, ताकि यहां आने वाले लोग और बच्चे इन्हें पढ़ने के साथ ही अच्छी तरह समझ सके।

बैठक में वित्तीय वर्ष 2022 -23 के लिए विभिन्न प्रस्तावों को अनुमोदन किया गया। इस दौरान सीएस ने दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों में साइनेज की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने PWD को प्रदेश की सड़कों में जल्द से जल्द ब्लैक स्पॉट को ठीक करने और क्रैश बैरियर लगाए जाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने हेतु रोड इंजीनियरिंग वर्क्स के लिए हर जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समितियां बनाई जाएं। इन समितियों में स्टेक होल्डर विभागों को भी शामिल कर संवेदनशील क्रॉसिंग अथवा पॉइंट्स का ट्रीटमेंट प्लान तैयार कर सुधारीकरण कराया जाए।