देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार बने सालभर का समय बीतने वाला है। पिछले एक साल से बीजेपी के वो नेता जो मंत्री नहीं बन पाए थे, दायित्व मिलने के लिए टकटकी लगाए बैठे हैं। लगता है अब उनकी मनोकामना पूरी होने वाली है। शासन ने सभी विभागों से उनके अधीन आयोगों, निगमों, बोर्डों, समितियों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सलाहकार, अन्य दायित्व व महानुभावों के खाली पदों के बारे में तीन दिन के भीतर ब्योरा तलब किया है। मंत्रिपरिषद विभाग ने सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों व प्रभारी सचिवों को इस संबंध में पत्र जारी किया है। पत्र में विभागों के अधीन दायित्वों पर सूचना एक प्रारूप पर मांगी गई है। इस प्रारूप में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सलाहकार पद की वर्तमान स्थिति और खाली पदों की जानकारी देनी है। साथ ही यह बताना है कि कौन सा पद कब खाली होगा।
बता दें, साल 2022 में विधानसभा चुनाव के बाद दोबारा सत्ता पर काबिज हुई भाजपा सरकार के कार्यकाल को एक साल होने को है। लेकिन अभी तक दायित्वों का बंटवारा नहीं हो पाया है। हालांकि, समय समय पर दायित्वों के बंटवारे की सुगबुगाहट उठती रही है। इसी क्रम में दायित्वों के बंटवारे का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। जिसके बाद अब नेताओं में भी पूर्ववर्ती सरकार की तरह ही दायित्व पाने की होड़ लगी हुई है। इन सबके बीच भाजपा संगठन ने भी कह दिया है कि दायित्वों के बंटवारे को लेकर संगठन स्तर पर कसरत शुरू हो गई है। पार्टी के स्तर पर सांगठनिक गठन की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद अब कार्यकर्ताओं के अरमान सरकारी दायित्वों को लेकर मचल रहे हैं। पार्टी के कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को संगठन में जगह नहीं मिली है। इन्हें दायित्व दिए जाने की संभावनाएं हैं।