देहरादून: वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी और महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी पिछले लंबे समय से बीमार चल रही थी। उनका देहरादून के मैक्स अस्पताल में इलाज चल रहा था। जहां हार्ट अटैक की वजह से उनका निधन हो गया। वहीं, उनके निधन से उत्तराखंड में शोक की लहर है। सीएम धामी ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है। साथ ही उत्तराखंड के कई दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी ही। परिजनों के मुताबिक पिछले साल जुलाई में उन्हें हार्ट संबंधी समस्या के चलते स्टंट डला था। बलूनी के तीन पुत्र विनय बलूनी, संजय बलूनी और विजय बलूनी और एक बेटी शशि बहुगुणा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल और वरिष्ठ राज्य आंदोलकारी रविंद्र जुगरान सहित कई गणमान्य लोगों ने उनके निधन पर शोक जताया है।
वहीं, सुशीला बलूनी के निधन पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी शोक संवेदना प्रकट की है। सीएम ने ट्वीट किया कि वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी एवं महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी जी के निधन का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। साथ ही शोक संतप्त परिजनों को यह कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करेंराज्य निर्माण एवं समाज सेवा के क्षेत्र में आपके द्वारा दिया गया योगदान हम सभी के लिए अनुकरणीय है। बलवहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी सुशीला बलूनी की निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा स्व. सुशीला बलूनी का राज्य आंदोलन में अविस्मरणीय योगदान रहा है। उन्होंने राज्य आंदोलन में एक मुखर और संघर्षशील योद्धा के तौर पर प्रतिभाग किया और आजीवन उत्तराखंड के विकास के लिए चिंतित और संघर्षशील रही। उनका इस तरह हम सब को छोड़ कर चले जाना स्तब्धकारी है। सुशीला बलूनी ने आजीवन महिलाओं और आम उत्तराखंड वासियों के लिए हमेशा संघर्ष किया।