विधानसभा की नियुक्तियों ने पकड़ा तूल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बोले उत्‍तराखंड में कांग्रेस ही घपले-घोटालों की जनक

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देहरादून: यूकेएसएसएससी (UKSSSC)पेपर लीक घपले के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के बीच में जिस प्रकार विधानसभा की नियुक्तियों का मुद्दा उछला है, उसने कुछ सवालों को जन्म दे दिया है। सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि कहीं विस की नियुक्तियों के मामले को रणनीतिक तूल तो नहीं दिया जा रहा? जिससे पेपर लीक घपले की कार्रवाई से ध्यान हट जाए? विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक घपले में अब तक एसटीएफ 27 अपराधियों को सलाखों के पीछे डाल चुकी है। अभी कुछ और गिरफ्तारियां होने वाली हैं। लेकिन, हालिया तीन दिन से पूरे प्रदेश का फोकस विस की नियुक्तियों के मामले पर है।

विधानसभा की नियुक्तियां केवल एक ही दल के कार्यकाल की नहीं हैं बल्कि वर्ष 2000 से अब तक भाजपा और कांग्रेस सरकारों में कम-ज्यादा होती आ रही हैं। हालांकि यह भी अपने आप में जांच का विषय है, लेकिन पूरे सिस्टम का फोकस अब जिस प्रकार विधानसभा पर आकर टिक गया है, वो चौंकाने वाला है। गौर करने वाली बात है कि पिछले करीब महीनेभर से बेहद तेज रफ्तार से पेपर लीक मामले कि कार्रवाई ,अचानक विधानसभा में नियुक्तियों वाले मुद्दे के चलते बहस से बाहर सा हो गया है। जिस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पलटवार किया है। उन्होंने उल्टा ही आरोप लगाया कि कांग्रेस घोटालों की जननी है। अभी घड़ियाली आंसू बहा रही है।

कांग्रेस पर आरोप और निशाना साधते हुए महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी रही है। कांग्रेस ने आपदा में भी भ्रष्टाचार की। यही कारण है कि प्रदेश से लेकर देश में आज कांग्रेस हासिए पर चली गई है। उन्होंने कहा कि नियुक्तियों को लेकर कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही है। उन्होंने कांग्रेस के 4 सितंबर को होने वाली दिल्ली यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि जब मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी तो कांग्रेस दिल्ली में जाकर अपना रोना-रो रही है। वहीं, महेंद्र भट्ट ने कहा कि उनके नेतृत्व में आगामी पंचायती व नगर निकाय चुनाव में भी बीजेपी बेहतर प्रदर्शन करेगी और जीत हासिल करेगी।