देहरादून: उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार लगातार काम कर रही है। भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ अभियान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित अलग-अलग विभागों में समूह ग भर्ती परीक्षा में गड़बड़ियों की शिकायत मिलते ही कठोर निर्णय लिए।UKSSSC मामले में कुल 18 अभियुक्तों पर चार्जशीट हो चुकी है जबकि गैंगस्टर एक्ट हेतु 21 आरोपियों की जुडिशल रिमांड स्वीकृत हो चुकी है।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में संलिप्त 41 आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है, वहीं दूसरी ओर वन दरोगा मामले में 03 सचिवालय रक्षक भर्ती में एक आरोपी की गिरफ़्तारी हो चुकी है। एसटीएफ ने प्रमुख कड़ियों को जोड़ते हुए तीन ऐसे अभियुक्तों को भी गिरफ़्तार किया है जो UKSSSC और सचिवालय रक्षक परीक्षा धांधली दोनों में शामिल हैं। इसके अलावा वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की भर्ती मामले में भी दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है।
इनके खिलाफ दाखिल हुई चार्जशीट
शूरवीर सिंह चौहान, कुलवीर सिंह, मनोज जोशी, गौरव नेगी, जयजीत दास (कंपनी का कर्मचारी), मनोज जोशी (पीआरडी कर्मचारी), अभिषेक वर्मा (कंपनी का कर्मचारी), भावेश जगूड़ी, दीपक शर्मा, अंबरीश कुमार, महेंद्र चौहान (कोर्ट में कनिष्ठ सहायक), हिमांशु कांडपाल (कोर्ट में कनिष्ठ सहायक), तुषार चौहान, सूर्यप्रताप सिंह, गौरव चौहान, विनोद जोशी (पुलिस कांस्टेबल), संजय राणा ।
इन धाराओं में हुई चार्जशीट
आईपीसी 420, आईपीसी 467, आईपीसी 468, आईपीसी 471, आईपीसी 34 और उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम की धारा तीन, चार, पांच, नौ और 10