केदारनाथ हादसा: बर्थडे गर्ल कृति की मौत की कहानी आपको रुला देगी, देखिए ये भावुक वीडियो

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पायलट ने पत्नी से जाते जाते कह दी ऐसी बात… दिल कह रहा है… ऐसा क्यों हुआ ? कहते है जाने वाले चले जाते हैं… लेकिन उनकी यादे याद आती रहती है… उनकी कही हर बात जब याद आती है… तो कचोटती है… सालती है… दिल कहता है… वो अभी भी तो पास है… कौन कहता है वो नहीं हैं… बार बार कहने पर जब दिल को एहसास होने लगता है… वो नहीं है… तो तब भी उसकी अंतिम आह के वो क्षण दिलों दिमाग में आ ही जाते हैं… दिल कहता है… दिमाग से उसने जाते जाते अपने हममें से किसी अपने को ढूंढा होगा… आह भरी होगी… सांस निकल रही होगी… तब उसने अपनों को ही ढूंढा होगा… जाते जाते आंखों से आंसू भी निकले होंगे… तब अपनों को उसने ढूंढा होगा… और जाने वालों के अपने और पराए तो बस यही कहते रह जाते हैं… काश ! कि ऐसा नहीं होता है…. उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में जिन पायलट समेत 7 लोंगो की मौत हुई… उनमें चारों लोगों की आखिरी बात सुनेंगे तो यकीन मानिए रोने के लिए मजबूर हो जाएंगे… आपका दिल उनसे कनेक्ट हो जाएगा… उनके लिए दर्द से सराबोर हो जाएंगे…

इस हादसे में गुजरात की कृति बराड़ ने भी जान गवां दी… जिस दिन हैलिकॉप्टर क्रैश हुआ… उस दिन कृति का 30वां जन्मदिन था… कृति ने केदारनाथ से अपने पिता कमलेश को प्यार वाला गुमान के साथ गुस्सा दिखाया था… भावनगर में जब अपने पिता को फोन किया…तो उन्हें रुठने का भाव दिखाकर शिकायत की थी… कहा था अब आप से कभी बात नहीं करूंगी… कृति की जीभ पर सरस्वती का वास था… अब वो फिर से पिता से बात करने के लिए है ही नहीं… अब उसके पिता उससे फिर कभी बात नहीं कर पाएंगे… कृति ने  अपने पिता से कहा था कि उसके बर्थडे पर उन्होंने सबसे पहले विश क्यों नहीं किया? कृति ने पिता से मजाक में कहा कि वह उनसे नाराज है और बात नहीं करेगी। लेकिन ये मजाक अब जिंदगी भर के लिए सच हो गया…अब वह अपने पिता से जिंदगीभर बात नहीं करेगी…स्कूल टीचर कृति अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी… कृति उत्तराखंड हेलिकॉप्टर दुर्घटना में 25 साल की चचेरी बहन उर्वी और 26 साल की दोस्त पूर्वा रामानुज के साथ थी… 

उर्वी, एक आईटी प्रफेशनल थी… उर्वी के पिता की भी दो साल पहले एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी…चार लोगों के परिवार की कमाने वाली उर्वी अकेली थी… उर्वी ने अपने आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट में कृति के साथ बर्थडे गर्ल को विश करते हुए एक फोटो पोस्ट की थी। भावनगर की पूर्वा, आनंद विश्वविद्यालय से कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए) में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद, कनाडा में बसना चाहती थी…कृति, उर्वी और पूर्वा तीनों ने 15 अक्टूबर को अहमदाबाद से ट्रेन से अपनी यात्रा शुरू की थी…हेलीकॉप्टर हादसे में एक हेलीकॉप्टर के पायलट ने यात्रियों की जिंदगियों को बचाने का भरपूर प्रयास किया… लेकिन कामयाब नहीं हो सके… उन्होंने मौत से पहले अपनी पत्नी से जो बात की… उसे सुनेंगे तो यकीनन रो पड़ंगे…हेलीकॉप्टर के पायलट अनिल सिंह ने हादसे से एक दिन पहले पत्नी आनंदिता से बात की थी और अपनी बेटी फिरोजा के प्रति चिंता जाहिर की थी… अनिल सिंह की अपनी पत्‍नी से फोन पर बात कि तो उनके अंतिम शब्द थे कि मेरी बेटी का ख्याल रखना। उसकी तबीयत ठीक नहीं है।मौत ऐसी ही होती है… कब आती है… कब किसको गले लगा ले… ये कोई नहीं कह सकता है… लेकिन जिसको मौत गले लगाती है… वो कभी नहीं चाहते मौत को गले लगाए… क्योंकि उन्हें तब अपनों को छोड़ना पड़ता है… जिन्हें वो कभी भी छो़ड़ना चाहते हैं…. लेकिन मौत तो मौत हैं… वो आयी… खुशियों के साथ चारों को अपने साथ ले गयी… और उसके अपनों को हमेशा के लिए गम दे गई…