उत्तराखंड का पांडवसेरा..जहां पांडवों द्वारा उगाई गई धान आज भी अपने आप उगती है

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग मदमहेश्वर-नन्दीकुंड के रास्ते में 25 किलोमीटर पैदल चलने के बाद एक जगह है…