उत्तराखंड: राष्ट्रीय युवा संसद में टिहरी की बेटी दिव्या ने बटोरी सुर्खियां, G-20 सम्मेलन पर देकर व्याख्यान

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देहरादून: पहाड़ के बच्चे अपनी काबिलियत से पहचान स्थापित कर रहे हैं। उन्हें एक मौका चाहिए और उसके बाद तो उनके बारे में प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भी चर्चा करने लगता है। पिछले कुछ वक्त से उत्तराखंड के युवा दूसरे राज्यों में पहुंचकर कुछ ऐसा कर रहे हैं जो सच में देवभूमि उत्तराखंड का सिर गर्व से ऊंचा कर रहा है। त्योहार के बीच देवभूमि उत्तराखंड की दिव्या नेगी की बात हर कोई कर रहा है। टिहरी जिले के जुवा पट्टी के सुनारगांव निवासी दिव्या नेगी ने एक मार्च को दिल्ली संसद भवन में आयोजित राष्ट्रीय युवा संसद में पहाड़ी वेशभूषा में तीन मिनट का शानदार व्याख्यान ‘जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे भारत की भूमिका पर’ दिया था। उन्होंने एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य पर बेहतर तरीके से प्रस्तुतिकरण दिया।

दिव्या ने ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर पर पहला स्थान हासिल किया था जिसके बाद दिव्या का चयन राष्ट्रीय स्तर के लिए हुआ। दिव्या ने राष्ट्रीय स्तर पर देवभूमि उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर टिहरी जिले का नाम रोशन किया है। दिव्या नेगी ने आठवीं तक की पढ़ाई गांव से और आगे की पढ़ाई एसजीआरआर पीजी कालेज देहरादून में दाखिला लिया। फिर उनका चयन गांधी फेलोशिप के लिए हो गया। मौजूदा वक्त में वह रुद्रपुर में नीति आयोग के तहत होने वाले विकास कार्यों पर काम कर रही हैं। दिव्या के पिता जगत सिंह नेगी सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी हैं और मां सुशीला नेगी हाउस वाइफ हैं। दिव्या नेगी का कहना है कि प्रदेश का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए गौरवपूर्ण था। नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में देश के 28 अन्य प्रदेशों से भी वक्ता शामिल हुए थे।