अवैध रूप से मांस बिक्री पर तनातनी ! | Uttarakhand News | Uttarkashi News | Viral News

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जी हां दोस्तो एक बार फिर देवभूमि में अवैध मांस विवाद सबको चौका दिया है, उत्तराखंड में फिर मांस विवाद ने पकड़ी हवा! अवैध रूप से मांस की बिक्री को लेकर हालात बिगड़ते जा रहे हैं। कैसे सड़कों पर उतर आए लोग और कैसे अधिकारियों को घेर लग गया पैसे खाने का आरोप। Illegal meat controversy जी हां दोस्तो ये खबर उत्तरकाशी की है जहां मांस विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ा है। बजरंग दल और विश्व हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने जोशियाड़ा मार्ग पर मांस से भरा वाहन रोककर हंगामा काटा। वाहन में रखे मांस की हालत देखकर कार्यकर्ता भड़क गए और नगर निगम और खाद्य सुरक्षा विभाग से आरोपी विक्रेता के लाइसेंस निरस्त करने की मांग की। इस दौरान मार्ग जाम हो गया और कोतवाली में भी हंगामा जारी रहा अब सवाल ये है – प्रशासन क्या कार्रवाई करेगा और ऐसे विवादों का समाधान कैसे होगा? दोस्तो मांस लदा वाहन रोककर हिंदू संगठनों ने काटा हंगामा, जोशियाड़ा मार्ग रहा जाम, गंगा किनारे पशुओं का कटान कर गंदगी बहाने का आरोप लगा प्रदर्शनकारियों ने किया हंगामा। सूचना पर पुलिस कोतवाली लेकर गई वाहन, खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने भी की जांच, नपा और खाद्य सुरक्षा विभाग से आरोपी विक्रेता का लाइसेंस निरस्त करने की उठी मांग, जी हां दोस्तो बजरंग दल और विश्व हिन्दू संगठन के लोगों ने मांस लेकर जा रहे एक वाहन को जोशयाड़ा में रोका तो चौकाने वाला सच बाहर निकल कर सामने आया। दोस्तो इस दौरान जोशियाड़ा मार्ग पर जाम लग गया, सूचना पर पहुंची पुलिस वाहन को कोतवाली ले आई जहां खाद्य सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों ने मांस की जांच की। मांस जिस डब्बे में रखा था, उसमें सफाई न होने पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भड़क गए और कोतवाली में भी हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने बारीकी से जांच करते हुए नगरपालिका और खाद्य सुरक्षा विभाग से मांस विक्रेता का लाइसेंस निरस्त करने के साथ ही मांस और दुकान को सीज करने की मांग उठाई लेकिन हंगामा कम होने की बजाय बढता गया।

दोस्तो हिंदु संगठनों ने बड़ा आरोप लगाया कि मांस बाहर से नहीं आ रहा बल्कि उत्तरकाशी नगर क्षेत्र में ही गंगा किनारे बेजुबानों को काटा जा रहा है। सुबह हिंदू संगठन के लोगों को इसकी भनक लगी कि वाहन में 35 से 40 किलो मांस काटकर लाया जा रहा है। यही नहीं पशुओं के कटान संग गंगा में ही गंदगी बहाई जा रही है। इसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, उन्होंने आरोपी मांस विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त करने की मांग की। साथ दोस्तो ये बात भी निकल कर आई कि जिस डिब्बे में मांस रखा गया था, उसमें मकड़ियां लगी थीं और जंग भी, मांस से काफी बदबू आ रही थी। इसकी सही तरीके से जांच के सवाल पर मामला तनावपूर्ण हो गया। कार्रवाई के नाम पर एक तरफ लोग खड़े थे, तो दूसरी तरफ खाद्य विभाग और नगर पालिका के अधिकारी दोस्तो यहां खाद्य सुरक्षा अधिकारी उत्तरकाशी की माने तो हिंदू संगठनों के लोगों द्वारा पकड़े गए मांस का निरीक्षण किया गया है। मांस में शुद्धता की कमी पाई गई है, जिसके लिए मांस विक्रेता को सुधार का नोटिस जारी किया जा रहा है। दोबारा इस तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। दोस्तो जब खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने सिर्फ नोटिस देने की बात की तो मामला और भड़क गया, इतने में वहां मौजूद लोगों ने अधिकारी पर पैसे खाने का आरोप तक लगा दिया। दोस्तो यहां हंगामा बढता गया, लोगों ने नगर परिषद को भी नहीं छोड़ा। वहीं मौजूद नगर परिषद की महिला अधिकारी के साथ खूब कहा सूनी हुई। जिसके बाद नगर परिषद की ईओ ने कहा कि, खाद्य सुरक्षा अधिकारी के निरीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर नगरपालिका प्रशासन कार्रवाई करेगा। फिलहाल मांस विक्रेता को नोटिस जारी किया जा रहा है, लेकिन दोस्तो जहां लोग ठोस कार्रवाई चाहते हैं तो वहीं प्रशाशन सिर्फ नोटिस की बात करता दिखाई दिया है, लेकिन दोस्तो उत्तरकाशी में मांस विवाद ने एक बार फिर सामाजिक और प्रशासनिक चिंता को बढ़ा दिया है। स्थानीय हिंदू संगठनों की सख्त कार्रवाई ने साफ संदेश दिया है कि अवैध कटान और गंदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब प्रशासन पर निगाहें टिक गई हैं कि वह मांस विक्रेता के खिलाफ उचित कार्रवाई करे और गंगा किनारे कटान रोकने के लिए ठोस कदम उठाए, ऐसे ही मामलों पर नजर रखकर ही स्थानीय आबोहवा को सुरक्षित और शांत रखा जा सकता है।