पौड़ी गढ़वाल: वन विभाग के अधिकारी मुंह ताकते ही रहे और गुलदार पिंजरे के भीतर जलता और तड़पता मारा गया। ये अमानवीय वारदात पौड़ी गढ़वाल जिले के नागदेव वन रेंज के सपलोडी से सामने आ रही है। दरअसल, कुछ दिन पूर्व गुलदार ने महिला को मार दिया था। वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया था। मंगलवार सुबह पिंजरे में गुलदार फंस गया जब वन विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी पिंजरे में फंसे गुलदार को मौके से रेंज कार्यालय नागदेव ले जा रहे थे कि गांव के लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई।
जहाँ पाबौ के एक गांव में लोगों ने पिंजरे में कैद गुलदार को जिंदा जला डाला। बताया गया कि मौके पर मौजूद वन कर्मियों ने उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीणों की भीड़ के आने वन कर्मियों की एक नहीं चली। इस बीच गुलदार की मौत हो गई। जिसके जल चुके शव को किसी तरह से वन विभाग नागदेव रेंज ले आया। जहां पोस्टमार्टम के बाद शव को नष्ट कर दिया गया। ग्राम प्रधान अनिल कुमार ग्रामसभा सपलोडी द्वारा आस-पास के गांव सरणा, कुलमोरी के करीब 150 पुरुष महिलाओं को एकत्रित कर पिंजरे में बंद गुलजार को वन विभाग के कर्मचारियों से धक्का-मुक्की कर, छीन कर तथा पिंजरे के ऊपर घास डालकर व पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई।
बुआखाल अनुभाग नागदेव रेंज पौड़ी के वन दरोगा सतीशचंद्र ने थाने में दी गई तहरीर में बताया कि सपलोड़ी गांव में बीते 15 मई को जंगल गई महिला पर घात लगाये गुलदार ने हमला किया और जान से मार दिया था। इस घटना के बाद ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया था। जिसके बाद लोगों ने पिंजरें पर घास व पेट्रोल डालकर गुलदार को जिंदा जला दिया। वहीं इस मामले में अब ग्राम प्रधान समेत 150 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर दी गई है। मामले की जांच प्रभारी पुलिस चौकी पाबौ उपनिरीक्षक दीपक पवार द्वारा की जा रही है । पहाड़ में वन्य जीवों के साथ ऐसे क्रूरतम व्यवहार की घटनाएं पिछले कुछ वर्षों में बढ़ रही है।