UKSSSC Paper Leak: पेपर लीक मामले में अब तक 41 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। मगर, अभी यह सिलसिला जारी रह सकता है। मास्टरमाइंड सैयद सादिक मूसा की गिरफ्तारी के बाद कंपनी के एक और कर्मचारी का नाम सामने आया है। माना जा रहा है कि गिरफ्तारियों की संख्या 50 को भी पार कर सकती है। इनमें से बहुत से लोग अन्य परीक्षाओं में भी शामिल हो सकते हैं। बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में 22 जुलाई को मुकदमा दर्ज हुआ और 24 जुलाई से गिरफ्तारियों का दौर शुरू हो गया। 53 दिनों में एसटीएफ इस अकेले मामले में 41 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनसे पूछताछ में पता चला है कि किस तरह से यह पेपर लीक की चेन लखनऊ से शुरू हुई और धामपुर होते हुए उत्तरकाशी तक जा पहुंची।
जिसने भी पेपर खरीदा, उसने अपने हिसाब से मूल्य तय कर आगे अभ्यर्थियों को बेचा। शुरुआत में ही यह बात सामने आ चुकी थी कि अभ्यर्थियों से एक पेपर के 10 से 15 लाख रुपये तक लिए गए हैं। अब मास्टरमाइंड मूसा ने पूछताछ में आरएमएस सॉल्यूशन कंपनी के एक और कर्मचारी कासम का नाम भी उगला है। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, कासम को भी जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है। माना यह भी जा रहा है कि कासम को कहीं और से निर्देश मिले थे। इसमें मालिकों की भूमिका भी बताई जा रही है। एसटीएफ की पड़ताल में अब तक 150 से अधिक अभ्यर्थियों के नाम सामने आ चुके हैं। जबकि, स्क्रीनिंग में केवल 100 अभ्यर्थियों को ही संदिग्ध माना गया था। एसटीएफ का अनुमान है कि इनकी संख्या 250 तक भी पहुंच सकती है। ऐसे में यदि पेपर बिक्री के इस धंधे का आकलन किया जाए तो तकरीबन 30 करोड़ रुपये इधर से उधर हुए हैं। हरेक सौदागर ने अपने हिसाब से कीमत तय की और वसूल की।
पेपर लीक मामले में शुरुआत में पकड़े गए छह आरोपियों के खिलाफ एसटीएफ ने चार्जशीट तैयार कर ली है। इस चार्जशीट को 24 सितंबर से पहले कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। इस मामले में अब तक गिरफ्तार 41 आरोपियों में से किसी को जमानत नहीं मिली है। लिहाजा, नियमानुसार सभी के खिलाफ बारी-बारी से चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी। पेपर लीक मामले में शुरुआत में पकड़े गए छह आरोपियों के खिलाफ एसटीएफ ने चार्जशीट तैयार कर ली है। इस चार्जशीट को 24 सितंबर से पहले कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। इस मामले में अब तक गिरफ्तार 41 आरोपियों में से किसी को जमानत नहीं मिली है। लिहाजा, नियमानुसार सभी के खिलाफ बारी-बारी से चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी।
बता दें कि चार-पांच दिसंबर 2021 को हुई स्नातक स्तर की परीक्षा में 916 पदों के लिए भर्ती हुई थी। बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने आवेदन भी किया। कई परीक्षाओं में नकल करवा चुके ये आरोपित अब तक इसलिए बच रहे थे क्योंकि वह सीमित अभ्यर्थियों को ही नकल करवाते थे। लेकिन इस बार लालच में फंस कर एक-एक आरोपित ने 15 से 20 अभ्यर्थियों से रकम लेकर उन्हें पेपर बेचा। जब परीक्षा में नकल की बात सामने आई और शोर मचना शुरू हो गया। फेल होने वाले अभ्यर्थियों ने भी आयोग को परीक्षा में नकल होने की सूचना दी। एसटीएफ के पास पहले ही शिकायत आ चुकी थी और आंतरिक जांच भी शुरू हो गई थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी जांच के आदेश दे दिए। तभी से एसटीएफ ने मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार कर रही है।