उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 20 मई को खुलेंगे। हेमकुंड साहिब सिखों का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। यह पवित्र स्थान सात पहाड़ों के बीच में स्थित है। माना जाता है कि विश्व में सबसे ऊंचे स्थान पर हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा स्थित है, जहां सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने दस साल तक ध्यान किया था। हेमकुंड साहिब प्रबंध समिति के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा की मौजूदगी में समिति की बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि हेमकुंड साहिब के 20 मई को कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
बता दें कि हर साल बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु श्री हेमकुंड साहिब में माथा ठेकने के लिए आते है। श्री हेमकुंड साहिब को लेकर मान्यता है कि यहां पर सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह ने अपने पिछले जन्म में यहां तपस्या की थी। ईश्वर के आदेश पर उन्होंने पुनर्जन्म लिया था, ताकि वो समाज की भलाई कर सके और लोगों को सही रास्ता दिखा सके। ज्यादातर श्रद्धालु गर्मियों की छुट्टियों में गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिए पहुंचते हैं। गोबिंद घाट से हेमकुंड साहिब की 20 किमी की यात्रा है। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा साल में लगभग आठ महीने बर्फ से ढका रहता है। मई माह तक यहां चारों ओर बर्फ ही बर्फ दिखाई देती है। यात्रा से पहले यहां पर रास्ता साफ करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।