जी हां दोस्तो अंकिता हत्याकांड में कथित वीआईपी के खुलासे के बाद एक बार फिर पहाड़ से लेकर मैदान में जनाक्रोश की आंग सुलग रही है। अंकिता हत्याकांड नें महिलाओं ने ऐसा खोला मोर्चा कि, मामले की सीबीआई जांच की मांग लेकर जब सड़क पर उतरी जनता तो हाथ में वो हथियार था। Ankita Bhandari Case जिसका संकेत ये कि अब इंसाफ से नीचे कुछ भी मंजूर नहीं कैसे अब इस मामले में दराती उठाने को मजबूर हो गई महिलाएं। दोस्तो अंकिता हत्याकांड की आग सुलग रही है, वो तब जब इस मामले में तीन साल पहले जिस वीआईपी को जांच के घेरे में लाया तक नहीं गया। यहां यूं कहूं जिसे बचाने का काम किया गया, उस कथित वीआईपी मामले में अब हालात हाथ बाहर निकलते जा रहे हैं। ये जहां सरकार के बड़ी चुनौती बना रहा है, वहीं पूरे प्रदेश में बीजेपी की जमकर किरकिरी हो रही है। पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल तो तीन साल पहले भी था आज भी है। दोस्तो जहां हल्द्वानी में अंकिता भंडारी हत्याकांड में हाल ही में आए खुलासों ने जनाक्रोश को और भड़का दिया है। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं ‘दराती’ लेकर मौजूद रही और उन्होंने न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया। मामले में संलिप्त ‘VIP’ के नामों पर भी कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। दोस्तो अंकिता हत्याकांड पर नए खुलासे ने एक बार फिर सियासत और सड़कों पर गर्म माहौल पैदा कर दिया है। उधर पौड़ी में अंकित हत्याकांड को लेकर वनंतरा रिज़ॉर्ट के बाहर विभिन्न राजनीतिक दलों का धरना-प्रदर्शन जारी है, तो हल्द्वानी में अंकिता भंडारी हत्याकांड के विरोध में महिलाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बुद्ध पार्क से एसडीएम कोर्ट तक जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारियों ने निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
दोस्तो हाल ही में मामले में सामने आए कथित ऑडियो और नए खुलासों ने आम जनता और सामाजिक संगठनों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। इसके बाद हल्द्वानी की सड़कों पर महिलाओं और नागरिकों का एक बड़ा जत्था न्याय की मांग को लेकर उतर आया है। हल्द्वानी में जहां महिलाओं ने बुद्ध पार्क से एसडीएम कोर्ट तक जोरदार जुलूस निकाला और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं, जिन्होंने हाथों में दराती लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की सच्चाई और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। दोस्तो इस बार विरोध प्रदर्शन में एक नई गर्माहट देखने को मिली। प्रदर्शनकारियों ने खुलकर कहा कि यदि न्याय नहीं मिला, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। कथित ऑडियो में जिन नेताओं के नाम सामने आए हैं, उन सभी के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई गई। प्रदर्शन के दौरान शहर में पुलिस प्रशासन ने पर्याप्त फोर्स तैनात किया था, ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे। इधर उत्तराखंड महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्षा ज्योति रौतेला ने आंदोलन केवल अंकिता को न्याय दिलाने तक सीमित नहीं रहेगा। वह आगे प्रदेश स्तर पर न्याय यात्रा निकालने की भी तैयारी कर रही हैं। उनका कहना है कि यह आधा अधूरा न्याय है और इसे पूर्ण करने के लिए लगातार आंदोलन जारी रहेगा। सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों का कहना है कि ये केवल व्यक्तिगत मामला नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है कि ऐसे जघन्य अपराध और सामाजिक अन्याय बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। दोस्तो इससे पहले भी हल्द्वानी और पौड़ी में अंकिता और अंकित हत्याकांड के विरोध में सियासी हलचल और प्रदर्शन होते रहे हैं। दोनों मामलों में जनता की नाराजगी और न्याय की मांग लगातार बढ़ती जा रही है।