नई दुल्हन को बुजुर्ग ने इसलिए मारा… | Uttarakhand News | Viral Video |

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जी हां दोस्तो हाल में एक उत्तराखंड गांव का एक वीडियो आपके मोबाइल तक भी जरूर पहुंचा होगा, जिसे सबने अपने-अपने चश्मे से देखा है। कई लोगों ने इस पर कहा कि सास ने नई नवेली दुल्हन को थप्पड़ मार कर स्वागत किया। किसी ने कहा कुछ और लेकिन अब सास-बहु एक साथ सामने आई तो तोड़ दी चुप्पी कहा इस कारण से मारा थप्पड़। पूरा कारण और बताने के लिए आया हूं। इस खबर और तस्वीर पर मै कुछ कहूं उससे पहले आपको वो वायरल वीडियो दिखाता हूं हुआ क्या। देखिए एक नई नवेली दुल्हन गांव पहुंचती है उसका स्वागत होता है और फिर इस नई बहु को एक बुजुर्ग सास उसे टीका लगाती है और इसी दौरान कुछ ऐसा होता है कि जिसकी चर्चा पूरे देख में हो रही है। बुजुर्ग सास अचानक से चिल्लाने लगती है और नई गांव पहुंची बहु को मारती है और दक्का देती है। हांलांकि इस पर बहु का कोई रिएक्शन नहीं होता, लेकिन हां मौजूद लोग बुजुर्ग सास को पकड़ते हैं और वो कुछ बोल रही हैं और जो कंपन की शुरूआत टीका लाने के दौरान हुआ था वो अभी थमा नहीं है। वहां मौजूद एक व्यक्ति हाथ जोड़ कर चिंता भी जताते भी दिखाई दे रहे हैं। दगड़ियो ये वीडियो जहां जहां पहुंचा सबने इस पर सवाल करना शुरू कर दिया।

उत्तराखंड के एक ऐसे वीडियो ने यह सवाल उठाना शुरू कर दिया कि क्या वास्तव में देवता अवतरित होते हैं, या ये एक लोक विश्वास, सामाजिक अभिप्राय, और भावनात्मक प्रतिक्रिया है। इस घटना में एक बुजुर्ग व्यक्ति पर देवता अवतार होने का दावा किया गया, और वीडियो में दिखाया गया कि वो उस समय जिस दुल्हन पर झपटा, लोग उस पर (और उससे जुड़ी स्थापना पर) विवाद कर रहे हैं — कुछ लोग इसे योग्य पूजा-अर्चना मानते हैं और कुछ लोग इसे भ्रम या छल-कपट कह रहे हैं। दोस्तो हालांकि मै इस पर क्या बोलूं अपनी भूमि को यूं ही देवभूमि नहीं कहा जाता है। यहां देवी देवताओं का वास चारों ओर है, जहां भी कहीं उन देवताओं को ये लगता है कुछ गलत हो रहा है तो वहां उनका अवतरित होना लाजमी है। वैसे अब इसमामले में सास बहु दोनों ने चुप्पी तोड़ी देखिए क्या कहा वैसे ये तो सच है कि उत्तराखंड वाले तो इस बात को मानते हैं कि बूरी बला को दूर करने और भगाने के लिए माता का आना कोई नई बात नहीं हैं। ऐसा यहां होता रहता है, लेकिन यहां से बाहर वालों के लिए कुछ और हो सकता है। दोस्तो यहां इसे एसे समझिए कि दुल्हन की डोली रास्तों और पहाड़ियों गाड़ गधेरों से होकर जाती है, और इसी दौरान कई जंगल सब कुछ पड़ता है। ये मना जाता है कि ऐसी जगहों पर कई तरफ की बुरी आत्माएं होती हैं। जो अक्सर नई दुल्हन और उसके परिवेश से आक्रर्षित होकर उस पर लग जाती है। कई लोग बाद में बहुत ज्यादा परेशान भी होते हैं।

कई लोग टिप्पणी कर रहे हैं — कोई कह रहा है कि यह सच है, कोई कह रहा है कि यह धोखा या नाटक है। कुछ लोग उस बुजुर्ग को “धार्मिक झूठा” ठहरा रहे हैं, तो कुछ उसकी श्रद्धा और देवत्व को स्वीकार कर रहे हैं। दगड़ियो उत्तराखंड के ग्रामीण इलाके बहुत दूर-दराज हैं, सड़कों से अक्सर कटे रहते हैं। दुल्हन की डोली (हमारी परंपरा में खास अनुष्ठान का प्रतीक) इन दुर्गम रास्तों से होकर जाती है। दोस्तो पारंपरिक रूप से उत्तराखंड के अनेक गांवों में मान्यता है कि गृह प्रवेश (घर में पहली बार कदम रखने की क्रिया) के समय, कुल देवी‑देवताओं की उपस्थिति या अवतरण माना जाता है — उसमें सब पाप, बाधाएँ हट जाती हैं, आशीर्वाद मिलता है। इस पृष्ठभूमि में, जनता की आस्था, परंपराएँ, सामाजिक मान्यताएँ, और लोक विश्वास एक दूसरे से गुथे होते हैं। उत्तराखंड और अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में देवता, देवी, जंगल-देव, स्थानिक देव-पूजा आदि का प्रचलन गहरा और पुराना है। जहाँ पर एक बुजुर्ग पर देवता अवतरित हो जाते है और दुल्हन पर जोर से झपट पड़ते है ! लेकिन आपको जानकारी अनुसार यहाँ बता दे की उत्तराखंड में कई गांव बहुत दूर दूर है सड़को से तो दुल्हन की जो डोली होती है गाढ़ गदेरो से होते हुए भी जाती है जिसके साथ साथ कई छल कपट साथ चलते है, भले उस वक्त देवता साथ ना हो लेकिन घर पर एंट्री के समय हमारे कुल देवी देवता अवतरित होके यहाँ सब हटा देते है पर आशीर्वाद देते है ! अब आपको बता दे की सोशल मीडिया पर यहाँ वीडियो वायरल हो रहा है लोग अपनी अपनी बाते कमेंट के माध्यम से बोल रहे है एक तरफ़ बुजुर्ग जिनपे देवता आता है उनको ग़लत साबित किया जा रहा है. लेकिन ये सच है कि अपने उत्तराखंड में ऐसा होना कोई नई बात नहीं है। इसलिए जो इसे ढोंग पाखंड या फिर कुछ और समझ रहे हैं। वो ये वीडियो को देखने से पहले अपने उत्तराखंड को समझे फिर किसी नतीजे पर पहुंचे।