UKSSSC Paper Leak case: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से दिसंबर 2021 में आयोजित स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले के तार एचएनबी उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय से भी जुड़े हैं। इस मामले में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने 36 लाख रुपये में पेपर खरीदकर हल करने वाले एचएनबी मेडिकल यूनिवर्सिटी के दो कर्मचारी नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने कुछ अभ्यर्थियों को देहरादून बुलाकर उन्हें प्रश्नों के उत्तर मुहैया कराए थे। इनमें से एक खुद भी परीक्षा में शामिल हुआ और 573वीं रैंक हासिल की थी।
इस मामले में एसटीएफ अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ और विवेचना में कई नए लोगों के नाम सामने आए थे। इनमें से सेलाकुई स्थित एचएनबी मेडिकल यूनिवर्सिटी के दो कर्मचारियों को दबोचा है। दोनों आरोपित विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यालय में उपनल के माध्यम से कनिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत हैं। उन्हें शुक्रवार को विश्वविद्यालय के कैंपस से गिरफ्तार किया गया। इनमें से दो आरोपितों को रिमांड पर लेकर एसटीएफ फिर से पूछताछ कर रही है।
पूछताछ में दीपक चौहान ने बताया कि वह आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन कंपनी के कर्मचारी जयजीत को जानता था। जयजीत दास यूनिवर्सिटी में आता-जाता रहता था। दीपक ने जयजीत से 36 लाख रुपये में पेपर खरीदा था। इसकी जानकारी उसने अपने साथी भावेश जगूड़ी को भी दी थी। इसके बाद भावेश कुछ अभ्यर्थियों के संपर्क में आया और उन्हें देहरादून बुला लिया। यहां अभ्यर्थियों से पेपर हल करने के बदले लाखों रुपये लिए गए। भावेश खुद भी इस परीक्षा में शामिल हुआ और 573वीं रैंक हासिल की। पकड़े गए आरोपी भावेश जगूड़ी और दीपक चौहान उपनल कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। इनमें से भावेश वर्ष 2014 से 2017 और दीपक वर्ष 2017 से 2020 के बीच संगठन के अध्यक्ष पद पर रहे हैं।