इंस्टाग्राम पर फर्जी पहचान से दोस्ती, फिर जबरन शादी और धर्मांतरण का दबाव | Uttarakhand News

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बैंगलौर की हिन्दू परिवार की लड़की सोनू शर्मा जिसने धर्म परिवर्तन का रैकेट चलाने वाले छागुरु जैसे का खुलासा किया वही युवती अपने साथ हुए धोखे का न्याय पाने के लिए दर दर भटक रही है, सोनू शर्मा के साथ मुस्लिम युवती द्वारा इंस्टाग्राम पर हिन्दू बन दोस्ती कर अपने ही पति को देवर बताते हुए शादी करने ओर जबरन धर्मांतरण, ओर गैंग रेप का मामला सामने आया है, हालांकि मामला उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से जुड़ा है लेकिन बार बार पुलिस से गुहार लगाने ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार तक जाने के बाद भी युवती को न्याय नहीं पाया है, युवती के अनुसार जितनी भी बार उसने भागने की कोशिश की पुलिस द्वारा उसे ही आरोपियों को सौंप दिया। हार कर सोनू शर्मा ने उत्तराखंड के सामाजिक संगठनों से संपर्क किया जिसकी मदद से आज उक्त महिला द्वारा आज प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता की गई।

प्रेस वार्ता करने पहुंची सोनू शर्मा ने बताया कि वह बैंगलौर को रहने वाली है 2019 में इंस्टाग्राम के माध्यम से मुस्लिम युवती साजमा उर्फ सोनिया राठौर से हुई जिसने अपने आप को हिन्दू बताया और अपने पति वसीम उर्फ राजू राठौर को देवर बताया। जिसके बाद राजू राठौर का पिता सलीम उर्फ सतीश राठौर हिन्दू बन कर बैंगलौर पहुंचा और अपने बेटे राजू को कुंवारा बताते हुए शादी की बात की, ओर सोनू का बैंगलौर स्थित मकान बिकवा दिया गया, जिसके बाद 2021 में सोनू शर्मा को एक युवक के साथ राजू राठौर के पास सऊदी अरब पहुंची जहां हिन्दू रीतिरिवाज से उनकी शादी हुई। लेकिन शादी के बाद पति राजू द्वारा धर्मपरिवर्तन का रैकेट चलाने वाले छागुर से बात कराई जिसने सोनू पर धर्मपरिवर्तन का दवाब डाला जिसका विरोध करने पर पति राजू द्वारा बताया गया कि वह तो पहले से मुस्लिम है। जिसके बाद सोनू शर्मा के साथ लगातार तीन महीनों तक जबर्दस्ती की गई और उसकी नग्न वीडियो भी बनाई गई।

तीन महीने बाद एक बार सोनू शर्मा को बैंगलौर लाया गया और बची हुई संपति भी बेचने को मजबूर किया गया। जहां से उसे सहारनपुर लाया गया वहा भी लगातार उसके ऊपर धर्मपरिवर्तन का दवाब बनाया गया नहीं मानने पर उसके साथ राजू राठौर के परिवार के अन्य लोगों द्वारा भी दुष्कर्म करते हुए वीडियो बनाई गई। प्रेस वार्ता में पीड़िता ने बताया कि सहारनपुर में उसने कई बार भागने की कोशिश की गई पर बार बार पुलिस द्वारा उसको राजू के परिवार को सौंप दिया गया, यही नहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार तक पहुंचने पर भी उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उसे ही राजू के परिवार को सौंप दिया गया, अब हार कर उसे उत्तराखंड आना पड़ा है जहां वह साधु संतों ओर सामाजिक संगठनों से अपील करती है उसको न्याय दिलाने का प्रयास करें।