जी हां दोस्तो उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार के आंतक ने खूब परेशान किया, लेकिन पौड़ी की जनता के लिए राहत वाली खबर ले कर आया हूं। आखिरकार आंतकी गुलदार का हो गया खात्मा, कैसे नरभक्षी को किया गया ढेर और शूटर जॉय हुकील के लिए कितनी बड़ी सफलता। Leopard Terror In Pauri Garhwal दोस्तो पौड़ी जिले के गजल्ड़ गांव में लोगों को मिली बड़ी राहत, पिछले कई दिनों से आतंक मचाने वाले गुलदार को प्रसिद्ध शूटर जॉय हुकिल और उनकी टीम ने ढेर कर दिया। इस कार्रवाई के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल कम हुआ है। बीते सप्ताह इसी गुलदार ने एक व्यक्ति की जान ले ली थी और कई पालतू पशुओं पर भी हमला किया था। वन विभाग अब गुलदार की विस्तृत जांच कर रहा है और सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने की तैयारी में है। क्योंकि बात सिर्फ पौड़ी एक जिले की नहीं है, तमाम पहाड़ी जिलों में मौजूदा वक्त में गुलदार का आतंक बढता जा रहा है। कहीं भालू से लोग परेशान हैं, मै आपको पौड़़ी के गुलदार के आंतक के खात्म की खबर को दिखाउं उससे पहले एक वीडियो दिखाना चाहता हूं।
दोस्तो ये वीडियो कर्णप्रयाग ब्लॉक के जयपुर कोल्सों से सामने आया है और इसमें स्कूली बच्चे बता रहें हैं किस तरह तीन भालुओं से बाल-बाल बचकर भागे, स्थिति अब इतनी गंभीर हो चुकी है कि बच्चों का रोज़ स्कूल जाना सीधा जोखिम बन गया है। दो दिन पहले नौली के बच्चों पर भी यही खतरा मंडराया था। दोस्तो ऐसी तस्वीरें हर रोज सामने आ रही हैं, कोई बच जाता है तो कोई शिकार हो जाता है, अब बात पौड़ी की। दोस्तो गजल्ड़ गांव में पिछले कई दिनों से सक्रिय गुलदार के आतंक से आखिरकार ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है. बुधवार देर रात प्रसिद्ध शूटर जॉय हुकिल और उनकी टीम ने एक गुलदार को मार गिराया है। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने गुलदार को रेस्क्यू कर नागदेव रेंज, पौड़ी पहुंचा दिया है। दोस्तो गौर करने की बात ये कि बीते गुरुवार को गजल्ड़ गांव में 45 वर्षीय राजेंद्र नौटियाल को गुलदार ने अपना शिकार बना लिया था। इसके बाद लगातार क्षेत्र में गुलदार की गतिविधियां नजर आ रही थीं। कई पालतू पशुओं पर भी हमले हुए, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया लोगों ने विभाग से मांग की कि विभागीय शूटर के साथ-साथ एक प्राइवेट शूटर को भी तत्काल तैनात किया जाये, जिससे ताकि नरभक्षी गुलदार का अंत किया जा सके। दोस्तो वन डीएफओ पौड़ी अभिमन्यु सिंह ने बताया मारे गए गुलदार की उम्र लगभग 5 वर्ष है. ये मादा गुलदार है। उन्होंने बताया जो ट्रैप कैमरे घटनास्थल और आसपास लगाए गए थे उनमें जो गुलदार कैद हुए था वो यही गुलदार है। इसे रेस्क्यू कर नागदेव रेंज पौड़ी लाया गया है। जहां उसकी विस्तृत जांच करवाई जाएगी। दोस्तो ग्रामीणों की मांग पर कार्रवाई करते हुए प्राइवेट शूटर जॉय हुकिल को क्षेत्र में लगाया गया। उन्होंने सक्रिय गुलदार को ट्रैक कर शूट कर दिया। इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। क्षेत्र में दहशत का माहौल कम हुआ है।
दोस्तो पौड़ी जिले के विभिन्न विकासखंडों में लगातार हो रही गुलदार की घटनाओं से ग्रामीण दहशत में हैं। चौबट्टाखाल क्षेत्र में बीते बुधवार को गुलदार ने एक महिला पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। पौड़ी के पास गजल्ड गांव में पिछले एक सप्ताह से गुलदार की लगातार सक्रियता से ग्रामीणों में गहरा डर बना हुआ था। लगातार बढ़ रही घटनाओं के बाद ग्रामीणों ने प्राइवेट शूटर तैनात करने की मांग उठाई की, दोस्तो ग्रामीणों की चिंता को देखते हुए वन विभाग के उच्च अधिकारियों ने दो शूटरों को क्षेत्र में तैनात किया। इनमें मशहूर शूटर जॉय हुकिल भी शामिल थे, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर गुलदार की गतिविधियों की निगरानी शुरू की। उसे ट्रैक करने के प्रयास तेज किए। जॉय हुकिल ने टीम के साथ अपने अनुभव और कौशल का परिचय देते हुए गुलदार को ढ़ेर कर दिया। इस कार्रवाई के बाद ग्रामीणों में कई दिनों से व्याप्त भय काफी कम हुआ है। इधर मै आपको मशहूर शिकारी जॉय हुकिल के बारे में बता दूं कि अब तक 47 आदमखोर तेंदुए मार चुके हैं। जॉय हुकिल को लगभग 20 साल से ज्यादा का अनुभव है। पौड़ी जिले के रहने वाले जॉय हुकिल उत्तराखंड के बेहतरीन और अनुभवी शिकारियों में गिने जाते हैं। अपने 20 साल के करियर में जॉय हुकिल ने 47 से ज्यादा आदमखोर तेंदुओं को ढेर किया है और करीब 7 तेंदुए को पिंजरे में जिंदा पकड़ा है। दोस्तो जॉय हुकिल ने पौड़ी, नैनीताल ,उत्तरकाशी ,अल्मोड़ा ,चमोली, टिहरी और रुद्रप्रयाग में सक्रिय रहे हैं। साल 2007 में जॉय हुकिल ने कीर्ति नगर के बरियरगढ़ में पहले नरभक्षी तेंदुआ मार गिराया था। इसके बाद 2023 में भी उन्होंने नैथाण में नरभक्षी तेंदुआ मार गिराया था और ये पौड़़ी का शिकार उनका 48वां शिकार है। बहरहाल दोस्तो पौड़़ी की जनता ने राहत की सांस ली है। लेकिन ऐसी स्तिति पहाड़ी अन्य जिलों में देखने को मिल रही है, वहां के लिए क्या एक्शन सरकार और वन विभाग लेता है ये देखने वाली बात होगी।