उत्तराखंड में इस बार चमत्कार से बची 23 लोगों की जान, होते होते टल गया भयानक हादसा

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हाल ही में पौड़ी में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ था जिसमें 33 लोगों की जान चली गई। उत्तराखंड में एक बार फिर से एक बड़ा बस हादसा होते होते बच गया। ये हादसा भी पौड़ी गढ़वाल जिले में होेते होते टला। कोटद्वार से रिखणीखाल जा रही सवारियों से भरी चलती बस के एक तरफ के दोनों पहिए निकल गए। जरा सोचिए..एक तो पहाड़ी रास्ता और उस पर दोनों टायर निकल जाना…लोगों की जान हलक में अटक गई। गनीमत यह रही हादसे में बस पलटी नहीं। इस मामले में गढ़वाल मोटर आनर्स यूनियन (जीएमओयू) के चालक-परिचालक की लापरवाही देखने को मिली है और 23 यात्रियों की जान बाल-बाल बची। कोटद्वार से रिखणीखाल के लिए इस बस के एक तरफ के दोनों पहिए निकल गए। गनीमत यह रही कि बस पलटी नहीं। बाद में यात्री अन्य वाहनों से गंतव्य को रवाना हुए। 

कोटद्वार से रिखणीखाल के लिए 23 सवारियां लेकर जीएमओयू की बस गंतव्य के लिए रवाना हुईं। कोटद्वार से करीब 23 किलोमीटर आगे फतेहपुर के समीप बस में तकनीकी खराबी आ गई। बस चालक ने बस को सड़क किनारे खड़ा कर यात्रियों के लिए कंपनी से दूसरी बस मंगवा दी। दोपहर करीब दो बजे दूसरी बस फतेहपुर पहुंची और पहली बस की सवारियों को लेकर आगे बढ़ गई। करीब एक किलोमीटर आगे अचानक बस के एक ओर से आगे-पीछे के दोनों पहिए निकल गए और बस एक ओर लटक गई। सौभाग्य की बात यह रही कि बस नहीं पलटी। बस के लटकते ही यात्रियों में दशहत फैल गई व यात्री किसी तरह बस से बाहर निकल आए। इसके बाद यात्री मैक्स वाहनों से गंतव्य के लिए रवाना हुए। वहीं घटना के पीछे चालक-परिचालक की लापरवाही बताई है।