Haridwar Panchayat Election: पंचायत चुनाव के शोर से ग्रामीण परेशान हो चुके हैं। दरअसल, गांव की गलियों और मोहल्लों में बड़े-बड़े लाउडस्पीकर से चल रहे चुनाव प्रचार ग्रामीणों के कान फोड़ रहे हैं। इससे ग्रामीणों की रात की नींद और दिन का चैन खत्म हो रखा है। शनिवार को पांच बजे के बाद ग्रामीणों से चुनाव प्रचार के शोर से मुक्ति मिल जाएगी। हालांकि, प्रत्याशी डोर-टू-डोर चुनाव प्रचार कर सकेंगे। 17 माह बाद होने जा रहे पंचायत चुनाव के लिए 26 सितंबर को मतदाता प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में बंद कर देंगे।
लाउडस्पीकर, चुनावी सभाओं, नुक्कड़ नाटक और रोड शो आदि के जरिए उम्मीदवार अपनी ताकत और चुनाव का माहौल अपने पक्ष में करने में लगे हुए हैं। इसमें सत्ताधारी भाजपा समेत कांग्रेस और बसपा की ओर से अपने नेताओं को चुनावी मैदान झोंका हुआ है। अब शनिवार को पांच बजे के बाद चुनाव प्रचार पर ब्रेक लग जाएगा। प्रत्याशी भीड़ और लाउडस्पीकर के साथ चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगे लेकिन प्रत्याशी बिना शोर और लोगों की पंचायत लिए बगैर मतदाताओं के दरवाजों पर जाकर वोट की अपील कर सकते हैं।
चुनाव के अंतिम दिन शनिवार को प्रत्याशियों की ओर से अपनी पूरी ताकत प्रचार में झोंक दी जाएगी। इसमें राजनीतिक दलों के बड़े नेता आएंगे और धुआंधार जनसभाएं होंगी। रोड-शो और अन्य चुनाव कार्यक्रम कर उम्मीदवार अपनी ताकत का एहसास कराकर मतदाताओं को अपनी तरफ मोड़ने का प्रयास कर रहे है।