चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे पर मॉनसून सीजन में हुई बरसात के दौरान भयानक लैंडस्लाइड हुआ था। बदरीनाथ हाईवे का 400 मीटर का भाग मलबे से पट गया था। Badrinath Highway Cleaning Work उस दौरान चारधाम यात्रा चल रही थी। इसलिए NHIDCL ने हाईवे पर यातायात सुचारू करने के लिए मलबे को किनारे करके वाहनों के जाने लायक रास्ता बनाया था। अब इस मलबे को पूरा साफ किया जाना है, ताकि आगामी यात्रा के दौरान यातायात में बाधा न आए। लोगों से वैकल्पिक मार्ग नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण सड़क से भेजा जाएगा। पुलिस प्रशासन की और से इसको लेकर अपील जारी की गई है।
बता दें कि इन दिनों शीतकाल यात्रा जारी है। ऐसे में यात्रियों को इसी वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग करना होगा। बदरीनाथ हाईवे पर बीते बरसात के मौसम के दौरान भूस्खलन से 400 मीटर हिस्से में मलबा आ गया था। तब से हाईवे किनारे मलबा पड़ा है और आवाजाही वनवे हो रही थी। अब इस 400 मीटर हिस्से से मलबे का निस्तारण किया जाएगा। इस वजह से बदरीनाथ हाईवे पर नंदप्रयाग में 18 दिसंबर से तीन सप्ताह तक आवाजाही बंद रहेगी। वाहनों को वैकल्पिक मार्ग नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण सड़क से भेजा जाएगा।
पुलिस की और से जारी जानकारी के अनुसार
- 8 दिसंबर से सात जनवरी 2025 तक यातायात डायवर्ट किया जा रहा है।
- श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग क्षेत्र के ज्योतिर्मठ की ओर जाने वाले वाहनों को नंदप्रयाग बगड़ से सैकोट-कोठियालसैंण-चमोली सड़क (10 किमी) से गंतव्य के लिए भेजा जाएगा।
- ज्योतिर्मठ व पीपलकोटी क्षेत्र से आने वाले वाहनों को चमोली बाजार से इसी रास्ते से जाएंगे।
- शीतकाल के दौरान आने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को भी इसी मार्ग से गुजरना होगा।
- नंदप्रयाग में सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक मलबा हटाने का काम किया जाएगा।
- हाईवे पर वाहनों की आवाजाही बंद होने से पुरसाड़ी गांव के ग्रामीणों को 16 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी।
- पुरसाड़ी गांव भूस्खलन क्षेत्र से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- बाजपुर और मैठाणा गांव के ग्रामीणों को भी अपने गंतव्य तक जाने के लिए अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी।