वन दरोगा भर्ती घपले में हरिद्वार के दो दलाल गिरफ्तार, अभ्यर्थियों से लिए थे चार से पांच लाख

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हरिद्वार: वन दरोगा भर्ती घपले में रविवार को साइबर थाने में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद एसटीएफ ने वन दरोगा भर्ती घपले में भी गिरफ्तारियां शुरू कर दी हैं। सोमवार को हरिद्वार के दो दलालों को गिरफ्तार किया गया। इन्होंने अभ्यर्थियों से चार से पांच लाख रुपये लेकर परीक्षा केंद्रों पर नकल कराई थी। इस परीक्षा में ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों पर नकल कराई गई थी। पहले से चल रही स्नातक स्तरीय परीक्षा की जांच में ही इस घपले का पता चला था। जांच की गई तो हरिद्वार से तार जुड़े मिले।

एसटीएफ ने दो दलालों को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपियों के नाम प्रशांत कुमार निवासी खानपुर, हरिद्वार और रविंद्र सिंह निवासी लक्सरी, लक्सर, हरिद्वार हैं। एसएसपी के अनुसार दोनों एक नकल गिरोह के सदस्य हैं। इन्होंने अभ्यर्थियों से चार से पांच लाख रुपये लिए और अपने साथियों की मदद से उन्हें नकल कराई। बताया जा रहा है कि ये सारे अभ्यर्थी नकल करने के बाद ही पास हुए हैं।

गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इस परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों से भी पूछताछ की तैयारी की जा रही है। सभी को बुलाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। जिन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमे हैं, उनके बारे में भी पता कर जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। वन दरोगा भर्ती की ऑनलाइन परीक्षा एनएसईआईटी लिमिटेड नाम की कंपनी ने कराई थी। एसटीएफ का मानना है कि बिना इस कंपनी की मिलीभगत के नकल नहीं कराई जा सकती है। ऐसे में संभावना है कि कंपनी के अधिकारी भी मिले हुए हैं। इस मामले में एसटीएफ ने कुछ अधिकारियों को चिह्नित किया है। इनसे पूछताछ की जाएगी।