किसानों के नाम पर ₹36 करोड़ डकार गए शुगर मिल के दो मैनेजर, फर्जी दस्तावेज बनाकर खेला खेल

हरिद्वार जिले में किसानों के नाम पर हुए करोड़ों के फर्जीवाड़े का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। मामले में इकबालपुर शुगर मिल के तत्कालीन केन मैनेजर और एकाउंट मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

Share

हरिद्वार जिले में किसानों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर 36 करोड़ रुपए से अधिक का क्रॉप लोन लेने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। Two Sugar Mill Officials Arrested किसानों के नाम पर धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब किसानों के घर लोन अदायगी के नोटिस पहुंचे। मामले में फरार चल रहे इकबालपुर शुगर मिल के तत्कालीन केन मैनेजर और एकाउंट मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि पंजाब नेशनल बैंक के तत्कालीन मैनेजर और अन्य आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। झबरेड़ा थाना क्षेत्र में इकबालपुर शुगर मिल के तत्कालीन केन मैनेजर पवन ढींगरा और एकाउंट मैनेजर उमेश शर्मा, पंजाब नेशनल बैंक की इकबालपुर शाखा के तत्कालीन बैंक मैनेजर और अन्य आरोपियों ने कई किसानों के फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे।

इसके बाद सभी ने किसानों के नाम पर करीब 36.50 करोड़ का बैंक से ऋण लिया था। बताया जा रहा है कि कई सालों तक खेल चलता रहा। इस बीच बैंक की ओर से किसानों के घरों पर ऋण संबंधित नोटिस भेजे गए। नोटिस आने पर किसानों के होश उड़ गए थे। इसके बाद पीड़ित किसानों ने डीजीपी के जनता दरबार में इस मुद्दे को उठाया था। डीजीपी को जनता दरबार में शिकायत मिलने पर मामले की जांच शुरू की गई। जांच में पीएनबी इकबालपुर शाखा और शुगर मिल प्रबंधन की मिलीभगत सामने आई। वहीं रविवार को झबरेड़ा पुलिस ने मामले में दो आरोपी पवन ढींगरा पुत्र बलदेव राज ढीगरा वर्तमान में केन मैनेजर लक्सर शुगर मिल में तैनात और उमेश शर्मा पुत्र राधेश्याम शर्मा वर्तमान में शाकुम्भरी शुगर मिल बेहट में एकाउंट मैनेजर के पद पर तैनात शख्स को गिरफ्तार किया गया है। जांच में सामने आया कि घोटाले में दोनों अधिकारियों की संलिप्तता अहम पाई गई है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। वहीं अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।