हरिद्वार: केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान मंगलवार को हरिद्वार से कांवड़ लेकर पैदल निकल पडे़ हैं। वह 14 जुलाई को मुजफ्फरनगर के शिवचौक पर पहुंचेंगे। लेकिन अपनी इस कांवड़ यात्रा के दौरान संजीव बालियान यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) पर कांवड़ियों के बीच चर्चा करेंगे। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी किया है। इसमें उन्होंने यूसीसी पर नरेंद्र मोदी सरकार का पक्ष रखा है। मुजफ्फरनगर से बीजेपी विधायक और पशुधन मंत्री संजीव बालियान पहली बार कांवड़ लेकर निकले हैं। उन्होंने बताया कि वह इस मन्नत के साथ कांवड़ ले जा रहे हैं कि यूसीसी देश में लागू हो जाए। बालियान ने ट्वीट करके कहा, ‘समान नागरिक संहिता सबके लिए समान कानून की बात करता है। मा. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का मानना है कि तुष्टिकरण किसी का नहीं परंतु संतुष्टिकरण सभी का हो। इस पैदल कांवड़ यात्रा के दौरान ज्यादा से ज्यादा कावड़ियों के साथ #UCC की चर्चा करेंगे।’।
इस तरह संजीव बालियान की इस यात्रा के धार्मिक से ज्यादा सियासी मायने दिखाई दे रहे हैं। उनके साथ अधिकतर कांवड़िए मेरठ और सहारनपुर मंडल के हैं। अगले साल लोकसभा चुनाव होना है। इस तरह उनकी इस कांवड़ यात्रा को चुनावी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। यूसीसी को मुद्दा राजनीतिक रूप से काफी संवेदनशील है. लॉ कमीशन को भी ये बात बखूबी मालूम है। यही वजह है कि 14 जून को लॉ कमीशन ने यूसीसी पर नए सिरे से विमर्श-प्रक्रिया की शुरुआत की। यूसीसी एक संवेदनशील मुद्दा है, जिस पर लोगों और मान्यता प्राप्त धार्मिक संगठनों सहित सभी हितधारकों की राय ली गई। इससे पहले, 21वें लॉ कमीशन की तरफ से इस मुद्दे की जांच की गई थी। उस समय सभी हितधारकों से दो मौकों पर विचार लिए गए। 21वें लॉ कमीशन ने अगस्त 2018 में अपना कार्यकाल समाप्त किया था। इसके तुरंत बाद अगस्त 2018 में ही परिवार कानून में सुधार पर एक परामर्श पत्र जारी किया गया।