Dehradun News: मंगलवार को उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने विधानसभा भवन देहरादून के सामने धामी सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के सदस्यों ने इस यज्ञ के जरिए पेपर लीक के बहाने भर्तियों में हुए भ्रष्टाचार की एसआईटी या एसटीएफ की बजाय सीबीआई से ही जांच कराने की मांग दोहराई है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रवक्ता सुरेश सिंह द्वारा अपर जिलाधिकारी को सूचना दी गयी थी। हालांकि प्रशासन द्वारा मध्य रात्रि को पुनः बेरोजगार संघ को नोटिस थमा दिया गया कि बेरोजगार विधानसभा के समक्ष यज्ञ नहीं कर सकते।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि शासन-प्रशासन का यह दोहरा रवैया बिल्कुल बर्दास्त नहीं किया जाएगा और समस्त बेरोजगारों द्वारा सुरेश सिंह के नेतृत्व में विधानसभा भवन के समक्ष सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया गया। संघ के प्रवक्ता सुरेश सिंह ने शासन-प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई दिनों से उत्तराखंड विधानसभा से निष्कासित कर्मचारियों का धरना-प्रदर्शन विधानसभा के ठीक सामने चल रहा है, उन्हें किसने इजाजत दी ? उन्हें क्यों नहीं रोका जाता किन्तु बेरोजगार युवाओं को हमेशा रोका जा रहा है और आज भी विधानसभा भवन के सामने सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ करने से रोकने का प्रयास किया गया।
विधानसभा भवन के बाहर प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे जहां भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया था। फिर भी उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रवक्ता सुरेश सिंह के नेतृत्व में सीमित संख्या में बेरोजगारों ने विधानसभा भवन के समक्ष सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया। सुरेश सिंह ने कहा कि उत्तराखंड बेरोजगार संघ 08 फरवरी से लगातार उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग एवं उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित जिन भर्ती परीक्षाओं में अनिमियताएं एवं धांधली के मामले सामने आए उन सभी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सत्याग्रह कर रहे हैं किन्तु सरकार लगातार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है।