संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी) में उत्तराखंड के युवाओं ने अपना परचम लहरा दिया है। 9 लड़के-लड़कियों ने इस बार बाजी मारी है। Anju Bhatt secured 312th rank देहरादून के विकासनगर में बरोटीवाला की अंजू भट्ट ने सिविल सेवा परीक्षा पास करके अपने परिवार व गांव का नाम रोशन किया। उन्होंने सिविल सेवा के लिए घर में ही तैयारी की और अपनी मेहनत व लगन से यह साबित कर दिया कि जब कोई अपने लक्ष्य को ठान ले तो उसे पा ही लेता है। अंजू भट्ट मूल रूप से टिहरी जिले के सिलवाल गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता किशोरी लाल भट्ट नागालैंड में असम राइफल में सूबेदार हैं और मां इंदु भट्ट एक साधारण गृहिणी। अंजू का बचपन विकासनगर के बरोटीवाला में बीता, जहां से उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई की।
अपनी कक्षा 12 तक की पढ़ाई विकासनगर के एक निजी स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने जनपद सहारनपुर के बादशाही बाग स्थित ग्लोकल विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। उन्होंने बताया कि वह कक्षा 10 से ही सिविल सेवा परीक्षा में सफलता पाने का मन बना चुकी थीं। इसके लिए उन्होंने घर पर ही तैयारी करना शुरू कर दी। पढ़ाई के साथ-साथ वह तैयारी में जुटी रही। यही नहीं उन्होंने तीन बार सिविल सेवा परीक्षा में प्रतिभाग किया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। बार-बार की असफलताओं से भी उनका मन अपने लक्ष्य से विचलित नहीं हुआ और चौथे प्रयास में उन्होंने परीक्षा को पास करके 312 वीं रैंक हासिल करने में सफलता पा ली। उनकी सफलता से उनके परिवार, गांव में उत्साह व खुशी का वातावरण बना हुआ है।