ताजा वीडियो से हिला BJP हाईकमान? | Ankita Bhandari Case | Uttarakhand News | Urmila Sanawar

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जी हां दोस्तो उत्तराखंड में हर रोज एक वीडियो और उसमें एक नया ऑडियो, ऑडियो से हो रहे तमाम खुलासे। अंकिता हत्याकांड जुड़़ी कई बाते दों जो कभी चार दीवारों के बीच की बात थी वो अब वो हर रोस सार्वजिनक हो रही है, लेकिन उर्मिला सरावर का ताजा वीडियो ऐसा है कि उत्तराखंड सेलेकर दिल्ली तक हड़कंप मचा है, कैसे टूटी गट्टू की चुप्पी। क्या कहा और क्यों दिल्ली से पहुंच गया उत्तराखंड गृह विभाग को शिकायती पत्र, उसके खिलाफ ने जो वीडियो बना रहा है उसके खिलाफ जो दिखा रहा है। दोस्तो उत्तराखंड की राजनीति में फिर एक बार हलचल मची हुई है। उर्मिला सरावर ने फोड़ा नया बम और सामने आया एक ताजा वीडियो, जिससे बीजेपी हाईकमान की नींद उड़ी हुई है। वहीं, इस वीडियो ने ‘गट्टू’ की चुप्पी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। गृह विभाग तक पहुंची चिट्ठी ने मामले को और संवेदनशील बना दिया है। यहां जहां सभी ये बात उठा रहे हैं दगड़ियो की इस पूरे मामले की जांच हो। ऑडियो सत्यता की जांच हो, अगर सहीं तो कार्रवाई हो, लेकिन यहां कुछ उलटा ही रहा है। दोस्तो अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर बीजेपी के पूर्व विधायक की कथित पत्नी अभिनेत्री उर्मिला सनावर की फेसबुक पोस्टों से दिल्ली से लेकर उत्तराखंड तक सियासी घमासान मचा हुआ है। अंकिता हत्याकांड से लेकर अब तक वीआईपी पहेली बना हुआ है। इधर, बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी अभिनेत्री उर्मिला सनावर ने फेसबुक पर लाइव आकर कुछ ऑडियो रिकॉर्डिंग भी वायरल किए। उर्मिला के दावों के बाद से उत्तराखंड में सियासी घमासान मचा गया, लेकिन अब मै आपको ताजा वीडियो दिखा रहा हूं, जिसके बाद सीधे दिल्ली से एक चिट्टी पहुंच गई देहरादून, इस चिट्टी में कहा है किसने लिखी है।

दोस्तो उर्मिला सनावर के वीडियो और ऑडियो रिकार्डिंग पर सवाल तमाम है। कार्रवाी के नाम पर जिरो एक्टिविटी देखने को मिल रही है। उधर हां कांग्रेस राज्य भर में बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन कर मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रही है, कमोबेस ये ही राय अब प्रदेश की जनता की बन रही है। भई अगर उत्तराखंड की अस्मिता पर चोट पहुंचाने वालों की जांच क्यों ना हो फिर से, लेकिन दूसर दोस्तो बीजेपी के बड़े नेता दुष्यंत गौतम का नाम इस मामले में सबसे ऊपर है। इसको लेकर जो चिट्ठी पहुंची है, गृह सचिव को उसमें उनके खिलाफ आपराधिका साजिश रचे जाने का आरोप लगाया है। तो गौर कीजिएगा दोस्तो। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम ने गृह सचिव को पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ चलाए जा रहे भ्रामक अभियान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने आपराधिक साजिश के तहत उनका फर्जी ऑडियो तैयार किया है, जिसके जरिए उनकी सामाजिक और राजनीतिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस सामग्री को कई मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है। अब दोस्तो जिस बात को मै भी और तमाम लोग कह रहे हैं कि ऑडियो की जांच होनी चाहिए सच हैं तो कथित वीआईपी पर कर्रवाई और नहीं है तो उस महिला उर्मिला सनावर पर कार्रवाई कि आप पार्टी और नेताओं को नुकसान पहुंचा रही हैं, लेकिन दोस्तो ऐसा कुछ भी होता नहीं दिखाई दिया है अब तक, इसके अलावा उल्टा चिट्टी में गृह सचिव को 47 सोशल मीडिया हैंडल, फेसबुक आईडी, इंस्टाग्राम हैंडल, यूट्यूब चैनल और ट्विटर अकाउंट की सूची भेजी गई है दुष्यंत गौतम ने आरोप लगाया कि इन अकाउंट्स और चैनलों के जरिए उनकी मानहानि और छवि खराब की जा रही है। उन्होंने इन सभी अकाउंट से सामग्री हटाने की मांग के साथ संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और समाचार चैनलों को दिशानिर्देश जारी करने को कहा है। अब दोस्तो पूरे सोशल मीडिया भरा पड़ा है उर्मिला सनावर के वीडियो से तो फिर गलत को गलत, सही को सही कहने की हिम्मित उत्तराखंड की हुकुमत क्यों नहीं जुटा पा रही है। चैनल सोशल मीडिया पर एक्शन से क्या होगा। अगर सब गलत ही तो पहले उर्मिला सनावर पर शिकंजा कसिया ना। लेकिन वहां तो आप कुछ नहीं किया, अगर उर्मिला सनावर सही है, तो फिर गट्टू की बारी आनी ही चाहिए। ऐसे में दोस्तो अंकिता भंडारी उत्तराखंड की बेटी, पौड़ी जिले के वनंतरा रिजॉर्ट में एक रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। आठ सितंबर 2022 को अंकिता की हत्या कर उसका शव ऋषिकेश की चीला नहर में फेंक दिया गया। पुलिस ने इस मामले में रिजॉर्ट स्वामी तत्कालीन भाजपा नेता विनोद आर्य के पुत्र पुलकित आर्य, सौरभ भाष्कर और अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया था। तीनों दोषियों को उम्रकैद की सजा हुई है। चर्चा थी कि पुलकित आर्य ने रिजॉर्ट में ठहरे एक वीआईपी को स्पेशल सर्विस देने का दबाव अंकिता भंडारी पर डाला था, मना करने पर उसकी हत्या कर दी गई थी। तब से लेकर अब तक वीआईपी पहेली बना हुआ है। अब जब एक बार फिर कुछ नाम जो सामने आ रहे हैं तो क्यों ना इस पहेली को सुलझा लिया जाए, लेकिन ऐसा करने की हिम्मत शायद नहीं जुटा पा रहे हैं, हमारे नेता, सरकार, सियासत।